Breaking News

धान की सीधी बुआई एक बेहद सफल तकनीक:कृषि विशेषज्ञ

सीधी बुआई वाले खेतों का निरीक्षण

अमृतसर,3 अगस्त (राजन):कृषि मंत्री  गुरमीत खुडियां और कैबिनेट मंत्री  कुलदीप सिंह धालीवाल के आदेशों पर और कृषि निदेशक डॉ. के निर्देशों पर पौधा संरक्षण अधिकारी अमरजीत सिंह बल्ल,विस्तार अधिकारी प्रभदीप सिंह गिल चेतनपुरा गुरविंदर सिंह खालसा जिला मुख्य कृषि अधिकारी जतिंदर सिंह गिल के नेतृत्व में उन्होंने जिले के ब्लॉक के सर्कल के गांवों का दौरा किया और जिले के किसानों से बात की और सीधी बुआई तकनीक द्वारा धान की बुआई का अवलोकन किया। एओ डॉ. हरप्रीत सिंह, एक्सटेंशन ऑफिसर डॉ. प्रभदीप सिंह गिल चेतनपुरा, डिप्टी पीडी मैडम जगदीप कौर, संदीप कुमार सब इंस्पेक्टर आदि अधिकारी और किसान थे। उन्होंने कहा कि इस विधि से धान की फसल लगाने से 15-20 प्रतिशत पानी की बचत, 10-12 प्रतिशत अधिक भूमिगत जल का पुनर्भरण, श्रम की बचत, फसल पर बीमारियों का हमला कम, धान के बिचड़े का प्रबंधन आसान और खेत जल्दी तैयार होता है।निष्क्रिय रहने के कई फायदे हैं जैसे गेहूं के लिए खेतों की तैयारी आसान है। पिछले साल उद्यमशील किसानों द्वारा धान की सीधी बुआई करने से पानी की बचत हुई और अतिरिक्त खर्च भी कम हुआ। पौधा संरक्षण अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह और विस्तार अधिकारी डॉ. प्रभादीप सिंह गिल ने आगे कहा कि धान की सीधी बुआई करने वाले किसानों से उन्होंने कहा कि धान की सीधी बुआई करने से पहले किसानों को अपनी भूमि की योजना बना लेनी चाहिए, धान की सीधी बुआई केवल मध्यम से भारी मिट्टी में ही करनी चाहिए और यह हल्की मिट्टी में बुआई न करें। उन्होंने सभी किसानों से अपील की कि वे अपने क्षेत्र का कम से कम एक तिहाई हिस्सा धान की सीधी बुआई के तहत लाएं ताकि भूजल स्तर को बनाए रखा जा सके। उन्होंने कहा कि खरपतवार नियंत्रण के लिए उचित छिड़काव तकनीक बहुत महत्वपूर्ण है जैसे खरपतवार नाशक दवाओं का छिड़काव हमेशा शाम के समय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि धान की सीधी बुआई खेत में करनी चाहिए।उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कई उद्यमशील किसानों द्वारा धान की सीधी बुआई करने से जहां पानी की बचत हुई, वहीं अतिरिक्त खर्च भी कम हुआ।उन्होंने कहा कि सीधी बुआई वाले धान के खेतों की पैदावार लगभग कद्दू धान के खेतों के बराबर ही होती है। उन्होंने कहा कि कई किसान इसमें रुचि दिखा रहे हैं और जो किसान पहली बार इस विधि से बुआई कर रहे हैं, उनके लिए इस तकनीक के तकनीकी पहलुओं को समझना बहुत जरूरी है।अधिक जानकारी के लिए किसान अपने ब्लॉक के ब्लॉक कृषि पदाधिकारी के कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। 

” अमृतसर न्यूज अपडेट्स ” की खबर व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें

https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG

About amritsar news

Check Also

रेड क्रॉस अमृतसर ने बेसहारा महिलाओं के लिए शुरू किया साझा घर:पवनीत सिंह और मनीष अरोड़ा के सहयोग से साकार हुआ सपना

रेडक्रॉस की बैठक को संबोधित करते डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी।  अमृतसर, 4 जुलाई(राजन):जरूरतमंदों की मदद …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *