
अमृतसर, 13 नवंबर: बंदी छोड़ दिवस के मौके पर निहंग सिख जत्थेबंदियों की तरफ से महल्ला निकाला गया।इस दौरान सभी निहंग जत्थेबंदियों ने महल्ला साहिब गुरुद्वारा बी-ब्लॉक रणजीत एवेन्यू में घोड़ों व हाथियों के साथ करतब भी दिखाए। इसके अलावा निहंग जत्थेबंदियों ने गतके के हुनर भी दिखाए । सिख जत्थेबंदियों ने जानकारी दी कि छठे गुरु श्री गुरु हरगोबिंद सिंह ने ग्वालियर के किले में 52 राज्यों को छुड़ा के अमृतसर लाए थे। इस खुशी में ही संगतों की तरफ से घरों में देसी घी के दिये जलाए गए थे। इससे अगले ही दिन सिख जत्थेबंदियां अपनी बहादुरी के जोहर दिखाते थे। जिसे मोहल्ला या नगर कीर्तन कहा जाता है। इस दौरान निहंग वे हर हुनर व लड़ने के तरीकों को दिखाते हैं, जिन्हें सिख गुरुओं ने मुगलों के दौरान युद्ध करते हुए सीखा था और प्रयोग किया था।
दूर-दूर से पहुंचे लोग

निहंग जत्थेबंदयों के हुनर को देखने के लिए दूर-दूर से लोग अमृतसर में इकट्ठे हुए। सिख जत्थेबंदियों ने इस दौरान तीरअंदाजी, गतका, घुड़सवारी आदि हुनर को सिखाया। इसके साथ ही युवाओं को भी गतके के साथ जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
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