
अमृतसर,5 अगस्त: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंगलवार दोपहर तेजा सिंह समुद्री हॉल में जनरल इजलास शुरू हुआ। इसमें एसजीपीसी के सदस्य शामिल हुए हैं और सिख धर्म व गुरुद्वारा प्रबंधन से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक का मुख्य मुद्दा बीते दिनों श्री अकाल तख्त साहिब और तख्त श्री पटना साहिब के बीच पैदा हुए विवाद पर रहा। बैठक में कुछ ऐसे निर्णय लिए गए, जिससे आने वाले समय में तख्तों के बीच विवाद को टाला जा सकता है। वहीं एसजीपीसी प्रधान धामी ने साफ किया कि ये पूरी बैठक शांतिपूर्वक रही है।
श्री दरबार साहिब को बम से उड़ाने की धमकी पर फोकस

यह भी मुख्य मुद्दा रहा की हाल ही में श्री दरबार साहिब को बम से उड़ाने की मिल रही धमकियों पर है। 14 जुलाई से अब तक 20 से अधिक धमकियां ईमेल के माध्यम से मिल चुकी हैं, लेकिन पुलिस अभी तक किसी ठोस सुराग तक नहीं पहुंच सकी है। इस बैठक में श्री अकाल तख्त साहिब को आने वाली शिकायतों पर भी फैसले लिए गए। बैठक में एक एडवाइजरी कमेटी गठित करने पर सहमति बनी, जो सिख मसलों संबंधी शिकायतों पर निर्णय लेगी। कुछ शिकायतों, जो अधिक गंभीर होंगी, उन्हें ही श्री अकाल तख्त साहिब पर भेजा जाएगा।
बैठक में लिए निर्णय को अपनाने की अपील करेगी सीपीसी
एसजीपीसी प्रधान एडवोकेट धामी ने बताया कि वे बैठक में लिए गए निर्णयों को अपनाने की सिर्फ अपील कर सकते हैं। वे सभी पांचों तख्तों से अपील करेंगे कि पंथक रिवायतों को नजरअंदाज ना किया जाए। श्री अकाल तख्त साहिब सर्वोच्च है। लेकिन कोई भी निर्णय लेने से पहले सभी तख्त साहिबों के भी सलाह ली जाए। अगर कोई मामला विचारधीन आए तो विचार करके ही फैसला लिया जाए। सांझी राय ना बनने पर तुरंत फैसला ना लिया जा सके।
बैठक बुलाने से पहले सभी को दी जाए जानकारी
प्रधान धामी ने बताया कि अगर कोई इमरजेंसी आ जाती है तो तख्त श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार बैठक कॉल कर सकते हैं। 5 सिख साहिबों की बैठक हमेशा पहले कॉलकी जाए और इसकी जानकारी सभी को दी जाए। अगर कोई जत्थेदार शामिल ना हो सकें तो श्री दरबार साहिब के सिंह साहिबान भी विचार में शामिल किए जाएं।
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