Breaking News

डिप्टी कमिश्नर खेहरा ने हर गांव में बीमार व्यक्तियों तक पहुंचने का दीया निर्देश

अमृतसर, 18 मई (राजन): पंजाब के मुख्यमंत्री ने जिला पंचायतों, पंचायतों और स्वास्थ्य विभागों के अधिकारियों को गांवों से कोरोना को खत्म करने के लिए एक विशेष अभियान के तहत एक टीम में काम करने का निर्देश दिया है। यह देखने के लिए कि क्या व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हैं।  उन्होंने कहा कि वर्तमान में देखा गया है कि गांवों में कोरोना ने दस्तक दे दी है लेकिन गांव के लोग कोरोना टेस्ट नहीं करवा रहे हैं, इसके विपरीत इसका इलाज ठीक ढंग नहीं से नहीं  किया जा रहा है।  झोलाछाप किस्म के अन्य डॉक्टर इसे करवाने में लग जाते हैं, जिससे बीमारी और भी बढ़ जाती है।जब व्यक्ति को शहर के किसी अच्छे अस्पताल में लाया जाता है, जब वह अधिक गंभीर होता है, तो ज्यादातर मामलों में स्थिति इतनी खराब होती है, व्यक्ति को बचाना लगभग असंभव है।  पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से ग्राम पंचायतों में कोरोना के बारे में अपने-अपने गाँवों की जानकारी लेने के आमंत्रण के बाद उपायुक्त ने अतिरिक्त उपायुक्त विकास  रणबीर सिंह मुधल और सिविल सर्जन डॉ.  चरणजीत सिंह के साथ बैठक में उन्होंने दोनों विभागों को इस अभियान में मिलकर काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि गांवों में सरपंचों, पंचों, मोहताबारों, आशा कार्यकर्ताओं और स्थानीय डॉक्टरों को पता लगाना चाहिए कि प्रत्येक गांव में कौन बीमार है।इसके बाद व्यक्ति से व्यक्तिगत रूप से संपर्क कर उसका कोरोना टेस्ट कराया जाए और उसके घर में ही आइसोलेट कर उसका इलाज शुरू किया जाए। डिप्टी कमिश्नर  खैहरा ने अतिरिक्त उपायुक्त मूढल को जरूरत पड़ने पर प्रत्येक गांव के कॉमन एरिया को कोरोना सॉलिट्यूड सेंटर के रूप में ट्रांसफर करने के भी निर्देश दिए, ताकि किसी बीमार व्यक्ति के घर में अकेले रहने की जगह न हो तो वह इलाज के लिए इस सुनसान केंद्र में लाया जा सकता है।  उन्होंने कहा कि अगर गांव में या इस सुनसान केंद्र में किसी भी व्यक्ति की हालत गंभीर है तो उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल लाया जाए.

खैहरा ने कहा, ‘इसके लिए हमें जिले के 777 गांवों के घर-घर जाकर बीमारी की चेन तोड़नी होगी।  उन्होंने सभी पंचायतों से भी अपील की कि वे आशा कार्यकर्ता के साथ अपने-अपने गांव में बीमार व्यक्ति तक पहुंचें और उसे कोरोना टेस्ट के लिए राजी करें। उन्होंने कहा, “पहले हमारे पास इसका कोई इलाज नहीं था, लेकिन अब हमारे पास वैक्सीन के रूप में एक अच्छा उपाय है, इसलिए हम सभी को कोरोना का टीका लगवाना चाहिए।”  इस अवसर पर जिला परिषद के अध्यक्ष दिलराज सिंह सरकारिया ने भी ग्राम पंचायतों से सभी काम छोड़कर कोरोना के खात्मे के लिए आगे आने का आह्वान किया।  उन्होंने कहा कि इसके लिए गांव के दोस्तों, युवाओं, जीओजी, आशा कार्यकर्ताओं, युवा क्लबों का सहयोग लें.  इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर हिमांशु  अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।  मेहता गांव के सरपंच एस.  वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री से बात करते हुए कश्मीर सिंह ने गांव से कोरोना के खात्मे के लिए पंचायत की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

About amritsar news

Check Also

शैक्षणिक संस्थान 11 मई तक बंद रहेंगे: डिप्टी कमिश्नर

डीसी साक्षी साहनी  की फाइल फोटो। अमृतसर, 8 मई : भारत सरकार और पंजाब सरकार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *