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मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर के कार्यालय में विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने दी दबिश

अमृतसर,23 अगस्त (राजन):रीजनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी (आरटीए) के अधीन आते परशुराम चौक के सामने दशहरा ग्राउंड स्थित मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआइ) दविदर सिंह के दफ्तर में मंगलवार सुबह विजिलेंस ब्यूरो की टीम ने दबिश दी। टीम ने आठ घंटे तक रिकार्ड को खंगालते हुए उसे जब्त कर लिया। एमवीआइ दविदर सिंह की यहां पर बीती 25 जुलाई को ही नियुक्ति हुई थी और उन्होंने 26 जुलाई को पद संभाला था। करीब एक महीने मे उन्होंने करीब 705 कामर्शियल वाहनों की फिटनेस यानी पासिग कर दी। विजिलेंस ने इस रिकार्ड को कब्जे में ले लिया है। विजिलेंस इस रिकार्ड की जांच करेगी कि जिनके वाहनों की फिटनेस चेक करते हुए उन्हें पास किया गया है, क्या आवेदक उन्हें लेकर दफ्तर आए थे या बिना वाहन लाए ही इन्हें पास कर दिया गया।

इस सारी कार्रवाई में एमवीआइ दविदर सिंह को दफ्तर में नजरबंद ही रखा गया। विजिलेंस ने एमवीआइ दफ्तर में काम करवाने पहुंचे लोगों के भी बयान लिखे हैं। विजिलेंस को कई ऐसे सुबूत मिले हैं, जिसमें लोगों ने बताया कि वह किसी एजेंट के माध्यम से काम करवाने के लिए पहुंचे हैं। इसके बदले एजेंटों ने उनसे मोटी रकम ली है। टीम शाम सात बजे रिकार्ड जब्त करके चली गई। टीम ने एमवीआइ दविदर को 24 अगस्त को दफ्तर में तलब किया है। फिलहाल एसएसपी विजिलेंस वरिदर सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है, जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके तहत ही अगली कार्रवाई की जाएगी।

संगरूर में हुए घोटाले के मामले में पूरे पंजाब में विजिलेंस कर रही कार्रवाई

संगरूर में विजिलेंस ब्यूरो ने पिछले दिनों एमवीआइ दफ्तर में दबिश देकर कामर्शियल वाहनों के फिटनेस सर्टिफिकेट घोटाले का पर्दाफाश किया था। विजिलेंस ने वहां के आरटीए रविदर सिंह गिल, एमवीआइ महिदर पाल, क्लर्क गुरचरन सिंह, डाटा एंट्री आपरेटर जगसीर सिंह, धर्मिंदरपाल सिंह उर्फ बंटी, सुखविदर सिंह सुक्खी और एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ये लोग कामर्शियल वाहनों को मोटी राशि लेकर बिना जांच किए फिटनेस सर्टिफिकेट दे देते थे। इसी संबंध में पूरे पंजाब के कई जिलों में विजिलेंस ब्यूरों की तरफ से छापामारी चल रही है।

टीम पहुंची तो कंप्यूटर चलाने के लिए की-बोर्ड कर दिया गायब

विजिलेंस की टीम सुबह 11.15 बजे डीएसपी हरप्रीत सिंह और डीएसपी जोगेश्वर सिंह की अध्यक्षता में छापामारी करने पहुंची। टीम ने जब रिकार्ड खंगालना शुरू किया तो वहां पर कंप्यूटर का कीबोर्ड गायब कर दिया गया। विजिलेंस टीम ने पंजाब रोडवेज के जीएम दफ्तर से कीबोर्ड का इंतजाम किया और फिर कंप्यूटर चलाया गया। इस दौरान आरटीए सेक्रेटरी की तरफ से कप्यूटर चलाने के लिए किला गोबिदगढ़ स्थित आटोमेटेड ड्राइविग टेस्ट ट्रैक से कंप्यूटर आपरेटरों को भेजा गया। इसके बाद स्मार्ट चिप कंपनी के कोआर्डिनेटर को भी यहां कंप्यूटर चलाने के लिए भेजा गया।

हर सहयोग किया जाएगा : एमवीआइ

मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर दविदर सिंह का कहना है कि संगरूर में हुए मामले को लेकर पूरे पंजाब में चेकिग चल रही है। इसी के तहत विजिलेंस ब्यूरो की टीम यहां भी चेकिग करने पहुंची थी। उन्हें टीम की तरफ से पूरा सहयोग किया गया है। आगे भी विजिलेंस को जो भी सहयोग की जरूरत होगी, उन्हें किया जाएगा।

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