अमृतसर,24 सितंबर (राजन):नगर निगम की लापरवाही से शहर में बड़े बड़े प्रोजेक्टों के निर्माण के दौरान बेसमेंट खोदने से आज तीसरा हादसा हो गया है। पहले निगम कमिश्नर की कोठी के साथ बेसमेंट बनने से सड़क धंसी , फिर रेलवे स्टेशन के सामने निर्माणाधीन होटल की बेसमेंट में अनसेफ बिल्डिंग गिरने पर बड़ा हादसा और आज शहर के पॉश क्षेत्र ग्रीन एवेन्यू-मॉल रोड क्षेत्र में निर्माणाधीन एक प्रोजेक्ट के चलते बेसमेंट की खुदाई हो गई। बेसमेंट की खुदाई के बाद दीवारों में जो पाइलिंग की गई, उस पर मामूली सी बरसात होने पर पाइलिंग गिर गई और साथ लगती नगर निगम की सड़क धंस गई। गनीमत यह रही कि जब सड़क धंसी तब वहां पर कोई भी वाहन और व्यक्ति नहीं गुजर रहा था और ना ही निर्माणाधीन प्रोजेक्ट में कोई मजदूर कार्य नही कर रहा था। जिस कारण कोई भी अप्रिय घटना नहीं धट सकी। बारिश, सीवरेज पाइपों के टूट जाने के कारण भी बेसमेंट के भीतर पानी भर गया है। सड़क तो धंस ही गई है और आसपास के मकानों का भी खतरा बना हुआ है।
निगम लापरवाह ?
इस संबंध में निगम अधिकारियों से संपर्क करने पर कोई भी पूरी तरह से नहीं बता रहा है कि इस निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का नक्शा मंजूर किया गया है और इस प्रोजेक्ट से बनते टैक्स विशेषकर सीएलयू प्राप्त कर लिया हुआ है ? किस आर्किटेक्ट कंपनी ने इसका नक्शा मंजूर करवाया है? इस निर्माणाधीन प्रोजेक्ट का कौन स्ट्रक्चर इंजीनियर है? किस ठेकेदार द्वारा निर्माण किया जा रहा था ? आईआईटी से ड्राइंग अप्रूव करवाई हुई है ?और इस प्रोजेक्ट को बनाने वाले मालिक कौन है ?….. निगम अधिकारियों को शायद इस बारे में विवरण मालूम नहीं या यह बताना ही नहीं चाहते? क्या अब सिर्फ निगम अधिकारियों पर ही गाज गिरेगी ? या फिर अन्यों पर भी कोई कार्रवाई होगी!
बेसमेंट का सेट बेक छोड़ा ही नहीं गया
इस प्रोजेक्ट की बेसमेंट की खुदाई लगभग 50 से अधिक कर ली गई। बेसमेंट की दीवारों की पाइलिंग करते समय यह तो देखा ही नहीं गया कि दीवारों की पाइलिंग करते समय तीन ओर से रास्ता छोड़ा ही नहीं गया। जिस कारण मामूली बरसात के चलते एक ओर फाइलिंग गिर गई और निगम की सड़क पूरी तरह से धंस गई। बेसमेंट का सेट बेक छोड़ना भी आवश्यक है। अगर प्रोजेक्ट का निर्माण करने वाले 10 से 14 फीट रास्ता छोड़कर बेसमेंट बनाते तो सड़क धसनी ही नहीं थी। जब बेसमेंट की इतनी बड़ी चारों और खुदाई हो गई निगम का एमटीपीी विभाग भी कुंभकरणी नींद सोया रहा।
निगम कमिश्नर ने जांच के दिए आदेश
घटना होने के उपरांत व्हाट्सएप पर निगम कमिश्नर कुमार सौरभ राज में एमटीपी, ओ एंड एम सेल तथा निगम के सिविल विंग के अधिकारियों को जांच करने के आदेश जारी किए। घटनास्थल पर एटीपी परमजीत दत्ता, बिल्डिंग इंस्पेक्टर धीरज कुमार, सिबल विंग के एक्सियन भलीन्दर सिंह, जेई अनु दीपक तथा ओएंडएम के अधिकारी भी गए। अधिकारियों द्वारा बेसमेंट में एकत्रित हुआ पानी बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू की गई। सिविल विंग के अधिकारी धंसी हुई सड़क को पुनः बनवाने के एस्टीमेट तैयार करने में जुट गए हैं। सड़क को पुनः बनवाने के लिए लगभग 10 लाख रुपए खर्च आएंगे।
जांच के बाद होगी कार्रवाई
निगम ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह ने बताया कि इस निर्माणाधीन प्रोजेक्ट संबंधी सभी कागजात मंगवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जांच के उपरांत इसमें जो भी आरोपी पाया गया,उसके विरूद्ध बनती कार्रवाई की जाएगी।
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