अमृतसर,3 सितंबर (राजन): अमृतसर स्मार्ट सिटी की राही स्कीम के अंतर्गत 15 साल पुराने डीजल ऑटो को बदलकर ई ऑटो दिए जाने हैं। इसको लेकर नगर निगम द्वारा पिछले दो महीना से प्रचार,प्रसार, पंजीकरण के लिए कैंप, मेला,पुराने डीजल ऑटो देकर नए ई ऑटो देने के लिए कैंप लगाए गए हैं। राही योजना के एवज में पुराने डीजल ऑटो के साथ 1.40 लाख रुपए सब्सिडी भी देने की घोषणा की गई। इसके बावजूद भी मात्र 300 के करीब ई ऑटो सड़कों पर उतरे। इस वक्त भी सड़कों पर 12 हजार से अधिक डीजल ऑटो सड़कों पर चल रहे हैं।नगर निगम के अधिकारियों द्वारा ट्रैफिक पुलिस और आरटीए से डीजल ऑटो के विरुद्ध 1 सितंबर को कार्रवाई शुरू करवा कर 3 दर्जन से अधिक डीजल ऑटो इंपाउंड करवाए गए और कईयों के अन्य चालान भी काटे गए। यह कार्रवाई जब 2 सितंबर शनिवार को शुरू की गई तब शहर में ऑटो चालकों द्वारा रोष प्रदर्शन धरने शुरू कर दिए गए। पुलिस आलाधिकारियों ने कहा कि अगर इन्होंने विरोध किया तो स्थिति खराब हो सकती है। उसी संदर्भ में पुलिस के आला अफसरों ने उनके द्वारा फिलहाल डीजल चालकों के विरुद्ध कोई भी कार्रवाई न करने के बारे में अपने अधिकारियों को कह दिया गया। पुलिस आलाअधिकारियों ने निगम के अफसरों से बात की और डीजल ऑटो चालक यूनियन नेताओं की बात सुनने के लिए सिफारिश की। इसके बाद शनिवार को 12 बजे बैठक बुलाई गई। बैठक बेनतीजा रही और बुधवार को दोबारा बैठक बुलाई गई। जिस पर पुराने ऑटो के खिलाफ कार्रवाई करने में नगर निगम बैक फुट पर आ गई ।
ऑटो यूनियन नेताओं के साथ निगम अधिकारियों की बैठक बेनतीजा
ऑटो यूनियन नेताओ ने बताया कि उनकी ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह से शनिवार को बैठक हुई। उसमें उनकी तरफ से कहा गया है कि वह लोग सरकार की कार्रवाई के खिलाफ नहीं हैं लेकिन इसे जबरन थोपा न जाए। जो चाहवान हैं उनको इस सुविधा का लाभ दिया जाए। उनका कहना है कि काफी ऐसे लोग हैं जो इसे लेना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि डीजल ऑटो वाले कुछ गांव से आते हैं। वह सफर ज्यादा तय करते हैं और कहीं से भी डीजल डलवा सकते हैं। ई ऑटो तो बहुत ही कम दूरी तय करेंगे और उनको चार्ज करवाने में भी कठिनाई होगी। उनका कहना था कि ई ऑटो बहुत ही कम भार झेल सकते हैं। उनके पास ठीक-ठाक डीजल ऑटो होने के बावजूद वह क्यों कर्जा लेकर ई ऑटो हासिल करें। साथ ही ई-ऑटो को लेकर भी तरह-तरह की भ्रांतियां हैं। फिलहाल तो बैठक बेनतीजा रही।ऑटो वालों की बात सुनकर निगम अफसरों ने स्पष्ट किया कि वह लोग किसी को उजाड़ना नहीं चाहते। यह शहर, बाहर से आने वाले टूरिस्टों और शहर के लोगों के भले के लिए है। साथ यह भी कहा कि यह सरकार का आदेश है, इसमें वह लोग कुछ नहीं कर सकते। निगम अफसरों के मुताबिक इस योजना को लेकर जो भी स्थिति पैदा हो रही है उसे वह लोग
सोमवार और मंगलवार तक सरकार और आला अफसरों तक पहुंचाएंगे। इसके बाद वहां से जो दिशानिर्देश होगा, उसकी जानकारी बुधवार को ऑटो वालों के साथ होने वाली बैठक में शेयर किया जाएगा।
, आनन फानन में 31 अगस्त को ही निगम कमिश्नर से प्रस्ताव मंजूर करवाया
निगम अधिकारियों ने आनन फानन में 31 अगस्त को ही निगम कमिश्नर राहुल से प्रस्ताव मंजूर करवाया गया कि पंजाब नगर निगम अधिनियम, 1976 की धारा 229(1)(ए) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए प्रशासक और कमिश्नर नगर निगम राहुल द्वारा अमृतसर शहर प्रस्ताव संख्या 123 दिनांक: 31/08/2023 को मंजूरी देते हैं कि नगर निगम की सीमा में 15 साल पुराने डीजल ऑटो नहीं चल सकते। किसी भी निगम अधिकारी द्वारा नये आए कमिश्नर को बताया ही नहीं गया कि जब डीजल ऑटो को बंद करेंगे तो शहर में कड़ी समस्या बन सकती है। इस वक्त भी शहर में 60 प्रतिशत से अधिक ट्रांसपोर्टेशन डीजल ऑटो और ई रिक्शा के माध्यम से ही होती हैं। इन सभी द्वारा जब शहर में जाम,धरने प्रदर्शन किए जाएंगे तो शहर का बुरा हाल हो जाएगा।
अब शहर वासियों को याद आई निगम हाउस की
नगर निगम हाउस का कार्यकाल 24 जनवरी 2023 को समाप्त हो गया था। इतना समय बीत जाने के उपरांत भी नगर निगम के चुनाव नहीं हो पाए। जिस कारण नगर निगम का हाउस नहीं बन पा रहा। अब शहरवासियो को निगम हाउस की याद आने लगी है।अगर नगर निगम का हाउस होता तो 15 साल पुराने डीजल ऑटो को बंद करने के बारे में हाउस में विस्तार पूर्वक चर्चा होनी थी। उसके बाद ही मंजूरी और ना मंजूरी मिलनी थी।
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