पर्यावरण और जमीन बचाने के लिए आगे आएं किसान : घनशाम थोरी
सरफेस सीडर का अभ्यास पैसे और पर्यावरण की बचत के लिए फायदेमंद है
अमृतसर, 18 अप्रैल: डिप्टी कमिश्नर ने धान की पराली को जलाए बिना कम समय और कम लागत में गेहूं की बुआई करने के लिए नई तकनीक ‘सरफेस सीडर’ के प्रयोग से लगाए गए गेहूं के खेत का मौका देखा और उक्त लोगों के विचार सुने। घनशाम थोरी ने विशेष रूप से गांव होशियार नगर का दौरा किया और किसान गुरसेवक सिंह नई तकनीक अपनाने के लिए सुखविंदर सिंह को बधाई। इस अवसर पर उनके साथ कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। डीसी थोरी ने किसान गुरसेवक सिंह के साथ खुली बातचीत करते हुए उनसे इस अनुभव का विवरण लिया और किसान ने बताया कि उन्होंने पहली बार 5 एकड़ भूमि में सरफेस सीडर की मदद से बिना पराली जलाए गेहूं की बुआई की जो अच्छी रही और कई दृष्टियों से लाभदायक है। उन्होंने कहा कि मैंने यह गेहूं 16 नवंबर को बोया था और उसी समय इसमें पानी भी दिया था। इसके बाद सिर्फ एक बार और पानी डाला गया।इसके अलावा उक्त गेहूं में डीएपी बिल्कुल नहीं डाला गया तथा यूरिया खाद सामान्य खेतों की तुलना में कम डाला गया। इसके अलावा इस गेहूं पर न तो किसी खरपतवार नाशक के छिड़काव की जरूरत पड़ी और न ही किसी कीटनाशक या तेल के छिड़काव की जरूरत पड़ी। उन्होंने कहा कि इस गेहूं के खेत आज सामान्य खेतों की तरह हैं और उम्मीद है कि इस गेहूं की पैदावार परंपरागत रूप से बोये जाने वाले गेहूं की तरह 18 से 20 क्विंटल प्रति किलो होगी। उन्होंने कहा कि अगर यह गेहूं इतनी पैदावार देगा तो भी उन्हें प्रति किलो 4-5 हजार रुपये की बचत होगी क्योंकि लागत कम हो गई है। इसके अलावा इसके नीचे जुताई की गई पुआल, जो अब पूरी तरह से पचकर खाद में बदल चुकी है, आगामी खरीफ फसल की वृद्धि में भी काम आएगी।
पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिलती
इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक गुरदेव सिंह ने कहा कि इस प्रकार गेहूं की बुआई करने से एक तो पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिलती है, दूसरे पराली के आपस में मिलने से कीड़ों, पक्षियों व पेड़ों को कोई नुकसान नहीं होता है। इससे खेत में लंबे समय तक नमी बनी रहती है, जिससे पौधों के विकास में मदद मिलती है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस गेहूं की पैदावार सामान्य गेहूं से ज्यादा होगी।इस अवसर पर एसडीएम लाल विस्वाश, एडीओ सुखचैन सिंह, ब्लॉक कृषि विकास अधिकारी रमन कुमार, एडीओ अमरदीप सिंह और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।
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