लैब पानी में पाए जाने वाले भारी धातुओं पर बैक्टीरिया का पता लगाने में सक्षम
अमृतसर, 4 फरवरी (राजन):राज्य के नागरिकों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से, पंजाब सरकार ने अमृतसर में पीने के पानी के परीक्षण के लिए एक अत्याधुनिक प्रयोगशाला स्थापित की है। उपरोक्त व्यक्त करते हुए जल आपूर्ति विभाग के एक्सियन जसविंदर सिंह चहल ने कहा कि यह राज्य की तीसरी ऐसी प्रयोगशाला है जहां पीने के पानी का परीक्षण बहुत ही आधुनिक तरीके से किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इससे पहले पटियाला और साहिबजादा अजीत सिंह नगर में ऐसी प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं।एक्सियन चहल ने कहा कि यह प्रयोगशाला लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित की गई है और साढ़े तीन रुपये की कीमत वाली जल परीक्षण मशीनें हैं। उन्होंने कहा कि शहर के जुड़वाँ द्वारों के पास स्थापित इस प्रयोगशाला ने गाँवों और शहरों में बनाए जा रहे पानी के टैंकों, स्थापित किए जा रहे नलों, स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, अस्पतालों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर इस्तेमाल होने वाले पानी का परीक्षण शुरू कर दिया है।उन्होंने कहा कि जिले का कोई भी निवासी इस प्रयोगशाला द्वारा अपने पीने के पानी का परीक्षण करवा सकता है ताकि गंभीर जल जनित बीमारियों से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि यह प्रयोगशाला पानी में पाए जाने वाले भारी धातुओं जैसे आर्सेनिक, एल्यूमीनियम, तांबा, सभी प्रकार के जीवाणुओं आदि का पता लगाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रयोगशाला की क्षमता प्रति माह 1200 नमूनों का परीक्षण करने की है, जिसे भविष्य में बढ़ाया जा सकता है।