कार्रवाई का नेतृत्व एसडीएम और डीएसपी करेंगे
अमृतसर, 23 फरवरी (राजन ): जिलाधीश गुरप्रीत सिंह खैहरा ने संबंधित विभागों को ध्वनि प्रदूषण से निपटने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है ताकि डीजे पर देर रात तक तेज गाने न बजें। आज इस संबंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधीश खैहरा ने कहा कि ध्वनि प्रदूषण मुख्य रूप से शोर के कारण होता है जो देर रात तक सुनाई देता था। उन्होंने कहा कि शहर के भीतर और बाहर मैरिज पैलेसों, लोगों के घरों, होटलों आदि की छतों पर बजने वाले लाउड गानों ने न केवल आम आदमी को परेशान किया, बल्कि शिक्षित बच्चों के लिए एक बड़ी बाधा खड़ी कर दी। इसके अलावा, जो गाने इतने जोर से बजाए जाते हैं, उनका अस्पतालों या घर में मरीजों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है, जिन्हें सख्ती से रोकने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि एसडीएम और डी.एस.पी. अपने स्तर पर डी जे खिलाफ कार्रवाई करे ।उन्होंने कहा कि कार्रवाई केवल डी.जे.बंद करने के लिए सीमित नहीं होना चाहिए, डीजे मालिक का सामान जब्त करें और मामला दर्ज करें। जिलाधीश खैहरा ने कहा कि कानूनी कार्रवाई करने के लिए, संबंधित अधिकारियों को मौके पर जाना चाहिए और वॉयस मीटर का उपयोग करना चाहिए, जिसमें स्क्रीन पर समय भी दिखाई देता है। उन्होंने इस कार्रवाई को करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सहायता लेने का भी निर्देश दिया ताकि ठोस कानूनी कार्रवाई की जा सके।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में ध्वनि प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन रही है और इससे सख्ती से निपटने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए धार्मिक और सामाजिक हस्तियों का सहयोग भी मांगा जाएगा। जिलाधीश ने एसडीएम को व्यक्तिगत रूप से इस मुद्दे पर अपने क्षेत्र के गुरुद्वारों, मंदिरों और चर्चों के प्रशासकों के साथ एक बैठक आयोजित करने का निर्देश दिया, जिसमें उनसे अपने वक्ताओं की मात्रा को केवल इतना अधिक रखने का आग्रह किया गया था, जो कि सीमा तक सीमित है। इस अवसर पर उपस्थित अन्य लोगों में प्रमुख रूप से अतिरिक्त उपायुक्त हिमाशुं अग्रवाल, एसडीएम श्रीमती अनायत गुप्ता, एसडीएम मेजर सुमित मुध, एसडीएम दीपक भाटिया, सहायक आयुक्त श्रीमती अनमजोत कौर, एडीसीपी युगराज सिंह, शामिल थे।