
अमृतसर, 28 मार्च :तीनों तख्त साहिबानों के जत्थेदारों की बहाली के लिए दमदमी टकसाल के प्रमुख संत बाबा हरनाम सिंह खालसा के नेतृत्व में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय के बाहर विशाल विरोध प्रदर्शन किया गया। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी को जत्थेदारों की बहाली की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया। घोषणा की गई कि यदि 15 अप्रैल तक मांग पूरी नहीं हुई तो अगला कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। हाल ही में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सिखों के तीन तख्त साहिबों के जत्थेदारों में किए गए मनमाने बदलावों को लेकर सिख संगठनों में भारी रोष व्याप्त हो गया था। इसको लेकर दमदमी टकसाल के प्रमुख संत बाबा हरनाम सिंह खालसा ने 14 मार्च को आनंदपुर साहिब स्थित शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय का दौरा किया। तेजा सिंह समुंद्री हॉल के बाहर रोष धरना देने का एलान किया गया।

गोल्डन गेट पर विशाल विरोध प्रदर्शन किया शुरू
बाबा हरनाम सिंह खालसा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में संत समाज और सभी सिख संगठनों, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, चीफ खालसा दीवान, निहंग सिंह संगठनों, पंथक संगठनों और संगत ने आज न्यू अमृतसर स्थित गोल्डन गेट पर विशाल विरोध प्रदर्शन शुरू किया और फिर वहां से एक काफिले के रूप में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कार्यालय की ओर शांतिपूर्ण विरोध मार्च निकाला। पंथक संगठनों का काफिला श्री हरमंदिर साहिब परिसर के पास सरावां के बाहर पहुंच गया है, जहां पुलिस द्वारा काफिले को रोके जाने के बाद धरना दिया गया है और वहां श्री सुखमनी साहिब जी का पाठ शुरू हो गया है।

15 अप्रैल 2025 तक सिंह साहिबानों को बहाल नहीं किया गया तो सिख पंथों, दमदमी टकसाल, संत समाज, निहंग सिंह संगठनों, चीफ खालसा दीवान, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और सिख संगत के साथ विचार-विमर्श कर अगला कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। विरोध मार्च का नेतृत्व कर रहे बाबा हरनाम सिंह खालसा ने कहा कि उनका विरोध मार्च पूरी तरह धार्मिक है, जिसके तहत मुख्य मांग सेवानिवृत्त जत्थेदारों की बहाली है। उन्होंने मीडिया से कहा कि इस विरोध मार्च का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है और यह एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन है।
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