
अमृतसर,29 जून:नशा तस्करी से जुड़ी आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री और वरिष्ठ अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर विजिलेंस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पहले पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय और ईडी के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर निरंजन सिंह के बाद अब पूर्व विधायक बोनी अजनाला ने भी मजीठिया के खिलाफ आज बयान दर्ज कराए हैं। साथ ही विजिलेंस की टीम मजीठिया के पूर्व पीए तलबीर के बयान दर्ज करने के लिए अमृतसर रवाना हो चुकी है।
मजीठिया ने सत्ता -पिंदी नशा तस्कर को जिगरी यार कहकर मिलवाया
बयान के बाद बोनी अजनाला ने कहा “मैंने 2013 में तत्कालीन सीएम प्रकाश सिंह बादल को जो पत्र लिखा था, उसी के बारे में आज विजिलेंस को बताया है। मैं अब भी अपने उस स्टैंड पर कायम हूं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि मजीठिया ने उन्हें सत्ता और पिंदी नामक नशा तस्कर से अपने घर पर मिलवाया था और उसे अपना ‘जिगरी यार’ कहा था। अजनाला ने कहा- “मैं तो 2013,2014 और 2015 से लगातार सरकार से कह रहा था कि पंजाब को नशे से बचा लो और जांच करवाओ।”
बनूड़ थाने से रिकॉर्ड चोरी की जिम्मेदारी कौन लेगा?
अजनाला ने सवाल उठाया कि जब चरणजीत सिंह चनी सीएम थे और इस मामले में केस दर्ज हुआ था, उसी दौरान बनूड़ थाने से केस से जुड़ा रिकॉर्ड चोरी हो गया। उन्होंने कहा कि यह बड़ा सवाल है कि रिकॉर्ड चोरी कैसे हुआ और छह हजार करोड़ की ड्रग मनी का क्या हुआ? उन्होंने न्याय व्यवस्था और ईश्वर पर भरोसा जाते हुए कहा कि अगर 44वीं जीमनी (FIR) की सही जांच होती, तो यह मामला अब तक खत्म हो चुका होता ।
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