Breaking News

जायका प्रोजेक्ट के तहत सौंपी गई दोषपूर्ण सीवरेज व्यवस्था के लिए लापरवाह अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए, जायका प्रोजेक्ट  के तहत की गई गलतियों को शहरवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे : मेयर करमजीत सिंह रिंटू

जायका प्रोजेक्ट वाली 6 वार्डो का मेयर ने निगम अधिकारियों के साथ किया दौरा, भारी खामियां देख मेयर भड़क उठे
जायका प्रोजेक्ट में संलिप्त सभी विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक होगी
केमिकल युक्त गंदा पानी सीवरेज में डालने वाली फैक्ट्रियों को निगम अधिकारी जारी करें कानूनी नोटिस


अमृतसर,10 जून (राजन गुप्ता):उत्तरी और पूर्वी  विधानसभा क्षेत्र के कुछ वार्डों के पार्षद शिकायत कर रहे है कि उनके क्षेत्रों में सीवरेज सिस्टम ठीक से काम नहीं कर रहा है और पीने का पानी सीवरेज के पानी के साथ मिल करआ रहा है। इन वार्डों के लोगों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है।  जिस पर मेयर करमजीत सिंह रिंटू उत्तरी के वार्ड 13, 15, 19 और पूर्वी के वार्ड संख्या 23, 24 और 25 में नगर निगम के अधिकारियों के साथ इन  क्षेत्र के निवासियों की समस्याओं को लेकर  दौरा किया।उन्होंने सीवरेज सिस्टम का भी निरीक्षण किया और पाया कि अस्थायी दीवार जायका  प्रोजेक्ट के तहत मजीठा-वेरका बाईपास पर सेलिब्रेशन रिजॉर्ट के पीछे बनी दीवार सीवरेज बोर्ड द्वारा निर्मित परियोजना के पूरा होने के बावजूद नहीं हटाया गया। मुख्य सीवर लाइन में कीचड़ जमा होने के कारण सीवरेज का मुख्य चेंबर बैठा था।जिससे सीवरेज का पानी ठीक से नहीं निकल पा रहा था।

मेयर  करमजीत सिंह रिंटू खुद मौके पर गए और जब उन्होंने यह सब देखा तो उन्होंने तुरंत नगर निगम के अधिकारियों को सुपर साकर  मशीन लगाकर सीवरेज की सफाई करने और नया सीवर बनाने का निर्देश दिया। इसके अलावा, जब मेहता रोड डिस्पोजल प्लांट का निरीक्षण किया गया, तो पाया गया कि नगर सुधार ट्रस्ट ने फोकल प्वाइंट और वल्ला-वेरका बाईपास पर स्थित सीवरेज कार्यों के लिए सीवरेज में सीवरेज का पानी छोड़ना शुरू कर दिया था।

यह सब खुद देख मेयर करमजीत सिंह रिंटू पूरी तरह भड़क उठे और मौके पर ही कहा जायका प्रोजेक्ट के तहत की गई गलतियों को शहरवासी बर्दाश्त नहीं करेंगे।प्रोजेक्ट के तहत  सरकारी सीवरेज सिस्टम में गंदा पानी और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशानुसार, यह कानून के खिलाफ है और इन दोनों विभागों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र की पूरी सीवरेज व्यवस्था खराब हो गई है।

 

इन सभी कमियों को संज्ञान में लेते हुए मेयर करमजीत सिंह ने निगम के अधिकारियों को इन फैक्ट्रियों के मालिकों को कानूनी नोटिस जारी करने और उन्हें सीवरेज में गंदा पानी न डालने का निर्देश देने का निर्देश दिया। मेयर  ने यह भी निर्देश दिया कि इस प्रोजेक्ट मे संलिप्त  सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई जाए। जिसमें इन कमियों को उजागर कर लापरवाह अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए और इन कमियों को तत्काल प्रभाव से दूर करने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम शुरू होते ही सीवरेज लाइनों की नियमित सफाई कराई जाए ताकि शहर के लोगों को कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि नगर निगम  बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए पूरे शहर में सीवरेज लाइनों का डिसेलिनेशन करवा रहा है।

About amritsar news

Check Also

नगर निगम ने ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाए

अमृतसर, 15 अक्टूबर: नगर निगम कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख के आदेशों पर निगम एस्टेट विभाग …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *