अमृतसर,8 अक्टूबर(राजन): मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि शहर में विभिन्न ऑटो रिक्शा स्टैंड के चालकों ने अपने आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए एक सहकारी समिति बनाई है।
बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, सिटी सेंटर, दुर्गियाना मंदिर, गोलबाग, हॉल गेट आदि के ऑटो स्टैंड के चालकों द्वारा निर्मित इस सोसाइटी के लिए स्मार्ट सिटी मिशन के माध्यम से परियोजना के तहत तकनीकी सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि वहां शहर में 20,000 से अधिक ऑटो चालक हैं लेकिन ऑटो चालकों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा हैं क्योंकि एक भी संगठन नहीं था ।
इसलिए ऑटो रिक्शा चालकों के आर्थिक व सामाजिक विकास को ध्यान में रखते हुए सोसायटी का गठन किया गया है जो सरकार और प्रशासन के बीच सेतु का काम करेगी।पंजीकरण प्रमाण पत्र सौंपते हुए मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने कहा कि यह देश में दूसरी ऑटो रिक्शा चालको को कि सहकारी समिति है , ऐसी सोसायटी पहले केरल के कोच्चि शहर में ही थी। उन्होंने कहा कि भविष्य में सोसायटी को नगर निगम द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर ऑटो रिक्शा स्टैंड के लिए जगह भी उपलब्ध कराई जाएगी।
इससे आम जनता निर्धारित स्थान से ऑटो ले सकेगी और ऑटो रिक्शा भी इधर-उधर रुकने के बजाय स्टैंडों पर ही खड़े होंगे जिससे जाम से भी बचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि राही परियोजना के तहत समाज के सदस्यों के परिवार की महिला सदस्यों के लिए मुफ्त कौशल विकास पाठ्यक्रम भी संचालित किए जाएंगे ताकि वे भी स्वरोजगार के माध्यम से परिवार की आर्थिक मदद कर सकें। इसके अलावा भविष्य में ऑटो रिक्शा चालकों को राही योजना के तहत सॉफ्ट स्किल और टूरिस्ट गाइड का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। इस अवसर पर नगर निगम कमिश्नर और अमृतसर स्मार्ट सिटी के सीईओ मलविंदर सिंह जग्गी ने कहा कि राही परियोजना के तहत ई रिक्शा चालकों को 75 हजार रुपये की सब्सिडी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से कम ब्याज दर से आसान किस्तों का लोन भी मुहिया होगा। उन्होंने कहा कि ई-ऑटो सार्वजनिक परिवहन का भविष्य है, जो शहर के वातावरण को स्वच्छ रखेगा और ई-ऑटो से रिक्शा चालकों की आय में वृद्धि करेगा क्योंकि मौजूदा समय में डीजल ऑटो चलाने का खर्च 4 रुपये प्रति किलोमीटर से ज्यादा बढ़ गया है, जबकि ई-ऑटो में यह महज 0.68 पैसे प्रति किलोमीटर है.रिक्शा चलाने वाले भी मौजूद थे