अमृतसर, 12 अक्टूबर (राजन):उपमुख्यमंत्री ओपी सोनी ने आज2.12 करोड़ रुपये के चेक वितरित किए। गुरदासपुर और शहीद भगत सिंह नगर पहले, अमृतसर दूसरे और पठानकोट जिला तीसरे स्थान पर रहा। सोनी ने सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा कि सभी अस्पतालों को अधिक मेहनत करनी चाहिए और जो अस्पताल इस दौड़ से छूट गए हैं वे भी अपने प्रबंधन में सुधार करें और अगले साल तक पुरस्कार प्राप्त करें।
इस अवसर पर बोलते हुए सोनी ने कहा कि जिस अस्पताल में साफ-सफाई और प्रबंधन की कमी है, वह मरीजों के इलाज के लिए क्या कर सकता है? उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीज अस्पताल के प्रबंधन और डॉक्टरों के व्यवहार से उतने ही संतुष्ट हो सकते हैं, जितने दवा से हो सकते हैं। सोनी ने राज्य भर के सिविल सर्जनों और उप चिकित्सा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने घरों की तरह अपने अस्पतालों के परिवेश की भी देखभाल करें। उन्होंने कहा कि अस्पतालों के ठीक से काम करने के लिए और मरीजों को सरकारी में विश्वास रखने के लिए, डॉक्टरों के लिए तिलंगाली के मरीजों के निजी हितों की देखभाल करना जरूरी है। उन्होंने स्वास्थ्य कर्मचारियों को आगाह करते हुए कहा, “स्वास्थ्य मंत्री के रूप में, मुझे अस्पतालों के डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों से अस्पतालों में असमय आने और गैर-मौजूदगी के बारे में शिकायतें मिल रही हैं, जो सही नहीं है।”
वर्तमान डेंगू संकट में स्वास्थ्य विभाग को कोरोना की तरह दिन-रात काम करने का निर्देश देते हुए सोनी ने कहा कि आपके सहयोग से यह संकट भी दूर होगा, लेकिन इसके लिए उन क्षेत्रों की पहचान कर कार्रवाई करें जहां डेंगू के मामले ज्यादा हैं। उन्होंने कहा कि अब तक हमारे अस्पतालों ने पूरे पंजाब में 18000 से अधिक जांच की है, जिनमें से 5500 लोगों में डेंगू का पता चला है जो कि एक बड़ी संख्या है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दवाओं और अन्य प्रावधानों की कोई कमी नहीं है लेकिन जरूरतमंदों तक पहुंचाना आपका काम है इसलिए लोगों की सेवा के लिए आगे बढ़ें।
इस अवसर पर बोलते हुए सचिव स्वास्थ्य विकास गर्ग ने कहा कि पुरस्कार राशि का 75% संबंधित अस्पतालों में और 25% संबंधित कर्मचारियों के बीच वितरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के 8 जिला अस्पताल, 12 सब डिविजनल अस्पताल और 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को यह पुरस्कार मिला है। इस अवसर पर बोलते हुए विभाग के प्रबंध निदेशक अमित कुमार ने कहा कि इस पुरस्कार के लिए 350 अंकों में से अस्पतालों की सफाई, उपकरणों के रखरखाव, आसपास के रखरखाव और ऐसे अन्य पहलुओं के आधार पर योग्यता अंक दिए जाते हैं। इस अवसर पर विभाग की निदेशक श्रीमती अन्देश कांग, श्रीमती अमरिंदर बराड़, अतिरिक्त उपायुक्त रणबीर सिंह मुधल, एसीपी सौरभ मलिक, सिविल सर्जन चरणजीत सिंह और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।