
अमृतसर,9 जून (राजन):किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब की ओर से खेती करने वाले किसानों को भूमि का मालिकाना हक देने की मांग को लेकर कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल के घर के बाहर रोष प्रदर्शन किया गया। अमृतसर अजनाला रोड पर क्षेत्र गांव जगदेव कला में बड़ी संख्या में किसान और औरतें अलग-अलग क्षेत्रों से पहुंचे। किसानो ने पंजाब सरकार की किसान व जन विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की ।

किसानों के विशाल धरने को संबोधित करते हुए किसान मजदूर संघर्ष कमेटी पंजाब के महासचिव सरवन सिंह पंधेर, गुरबचन सिंह चब्बा, रणजीत सिंह कलेरबाला, जर्मनजीत सिंह बंडाला, सकत्तर सिंह ने कहा कि सरकार बनाने से पहले आम आदमी पार्टी ने किसानों के साथ जो वायदे किए थे उनको पूरा नहीं किया जा रहा है । जिसके चलते किसानों में रोष बढ़ रहा है । उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से वह सरकारी भूमि वापिस ले रही है जिस पर किसान वर्षों से ठेके पर खेती करते आ रहे हैं । किसानों की मांग है कि जो किसान वर्षों से सरकारी भूमि को जोतते आ रहे हैं उन किसानों को उस भूमि के पंजाब सरकार मालिकी अधिकार प्रदान करें। महिलाओं को वादे के अनुसार पेंशन दे । बिजली के 300 यूनिट मुफ्त का वादा पूरा किया जाए। दिव्यांग और बुढ़ापा पेंशन में वृद्धि की जाए किसानों और कृषि मजदूरों के सारे कार्य पूरी तरह माफ किए जाए। किसानों की ओर से पैदा की जाती 27 अलग-अलग फसलों का एमएसपी वायदे के अनुसार लागू किया जाए। गन्ने की बकाया राशि भी किसानों को तुरंत जारी की जाए।किसान नेताओं ने कहा कि वर्ष 1947 व इसके बाद जंगलों और बंजर भूमि को जोत कर किसानों ने दिन रात मेहनत करके खेती योग्य बनाया है। इस लिए किसानों ने भूमि के मालिकी अधिकारी मिलने चाहिए।
मौके पर पहुंचे एडीसी रणबीर सिंह मूधल, एसपी अमनदीप कौर और अन्य अधिकारियों की ओर से किसानों की मांगों को लेकर केबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल के साथ बैठक का समय तय करवाया और मांगे हल करवाने का अश्वासन दिया। किसानों ने यह भी मांग उठाई कि नहरी पानी खेतों तक पहुंचाने का सिस्टम बहाल किया जाए। ताकि किसान ट्यूबवेलों का कम उपयोग कर सकें। फसलों का रेट डा. स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुसार तय किया जाए। राज्य को पूर्ण रूप में नशा मुक्त किया जाए। नहरों में केमिकल युक्त जहरीला पानी छोड़ना बंद किया जाए। इस दौरान किसान नेताओं कुलबीर सिंह लोपोके, अंग्रेज सिंह सैंसरा, चरणजीत सिंह, अजीत सिंह, सुखदेव सिंह, आदि ने भी संबोधित किया।