अमृतसर, 27 सितंबर (राजन):झोने की समूची खरीद यकीनी बनाने के लिए खरीद एजेंसियों तथा मंडी बोर्ड के अधिकारियों से मीटिंग करते हुए जिलाधीश गुरप्रीत सिंह खैहरा ने स्पष्ट किया कि कोविड-19 के चलते मंडियों में खरीद के पुख्ता प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कनक खरीद समय मंडियों में किए गए प्रबंधों के लिए अधिकारियों को सराहना करते हुए कहा कि उसी तरह के प्रबंध दोवारा किए जाए। उन्होंने कहा कि पहला सरकारी खरीद 1अक्टूबर से शुरू होती थी पर नए दिशा निर्देशों अनुसार अब खरीद शुरू की जा रही है।
इसीलिए सारे काम तुरंत पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले में 71मंडी झोने की खरीद के लिए बनाई गई हैं। सारे खरीद केंद्री मे रोशनी, पीनेके पानी तथा सफाई व्यवस्था के पूरे प्रबंध किए जाएं। उन्होंने उपमंडल मजिस्ट्रेट तो को हिदायत की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की मंडियों का दौरा करते रहे तथा वहां पर खरीद की जांच करते रहे। उन्होंने मंडी अफसर को हिदायत जारी की कि इस दौरान मंडी में कोविड-19 की गाइड लाइनों की पालना को यकीनी बनाया जाए तथा हाथो को धोने के लिए साबुन व सैनिटाइजर, मास्क आदि का पुख्ता प्रबंध किया जाए।
मीटिंग में जिला मंडी बोर्ड के अधिकारी अमनदीप सिंह तथा अन्य अधिकारी शामिल थे। मंडी अधिकारी ने बताया कि इस बार सरकार द्वारा के ग्रेड झोने का कम से कम समर्थन मूल्य 1888रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है तथा सरकारी खरीद के लिए झोने की नमी 17% से बढ़ी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने किसानों को अपील की कि सूखा व साफ झोना मंडी में लेकर आएं ताकि किसानो को मंडी में ज्यादा समय खरीद का इंतजार न करना पड़े।
इसीलिए सारे काम तुरंत पूरे किए जाएं। उन्होंने कहा कि जिले में 71मंडी झोने की खरीद के लिए बनाई गई हैं। सारे खरीद केंद्री मे रोशनी, पीनेके पानी तथा सफाई व्यवस्था के पूरे प्रबंध किए जाएं। उन्होंने उपमंडल मजिस्ट्रेट तो को हिदायत की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों की मंडियों का दौरा करते रहे तथा वहां पर खरीद की जांच करते रहे। उन्होंने मंडी अफसर को हिदायत जारी की कि इस दौरान मंडी में कोविड-19 की गाइड लाइनों की पालना को यकीनी बनाया जाए तथा हाथो को धोने के लिए साबुन व सैनिटाइजर, मास्क आदि का पुख्ता प्रबंध किया जाए।
मीटिंग में जिला मंडी बोर्ड के अधिकारी अमनदीप सिंह तथा अन्य अधिकारी शामिल थे। मंडी अधिकारी ने बताया कि इस बार सरकार द्वारा के ग्रेड झोने का कम से कम समर्थन मूल्य 1888रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है तथा सरकारी खरीद के लिए झोने की नमी 17% से बढ़ी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने किसानों को अपील की कि सूखा व साफ झोना मंडी में लेकर आएं ताकि किसानो को मंडी में ज्यादा समय खरीद का इंतजार न करना पड़े।