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सीमावर्ती क्षेत्र के विद्यालयों में बड़े सुधार की आवश्यकता-मंत्री हरजोत सिंह बैंस

शिक्षा मंत्री ने भारत-पाक सीमा क्षेत्र के स्कूलों का निरीक्षण किया

पहली बार किसी शिक्षा मंत्री ने ज्यादातर स्कूलों का दौरा किया

अमृतसर, 13 अप्रैल(राजन):पिछले कुछ दिनों से भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र के सरकारी स्कूलों का दौरा कर रहे पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने अटारी में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों केस्कूलों में बड़े सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत  मान की दिली ख्वाहिश है कि पंजाब के सरकारी स्कूल विश्व स्तरीय स्कूल हों और इस सपने को पूरा करने के लिए मैंने कल तरनतारन जिले के स्कूलों का दौरा किया और आज अमृतसर और गुरदासपुर जिले के सीमावर्ती इलाकों का दौरा किया।

इससे पहले उन्होंने फाजिल्का, फिरोजपुर के स्कूलों का दौरा किया था, इस दौरान उन्हें स्कूलों की स्थिति देखने के अलावा बच्चों और शिक्षकों से बातचीत करने का मौका मिला, जिससे स्थिति पानी की तरह साफ हो गई है कि देश में शिक्षा और बुनियादी शिक्षा इस क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में बड़े संरचनात्मक सुधार करने होंगे। उन्होंने कहा कि मैंने बच्चों को किताबें पढ़ते, सवाल पूछते देखा है और मुझे इस बात का दुख है कि बच्चे कक्षाओं में तो आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन उनकी शिक्षा बहुत पीछे है।

मंत्री बैंस ने कहा कि कई स्कूलों में बच्चे पंजाबी, हिंदी या अंग्रेजी नहीं लिख पाते। उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि ऐसे स्कूल भी क्षेत्र के प्रतिष्ठित स्कूलों में गिने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इतने स्कूलों में शिक्षा मंत्री तो दूर, कई स्कूल ऐसे भी मिले हैं, जहां 2017 के बाद किसी जिला शिक्षा अधिकारी ने दौरा तक नहीं किया।उन्होंने कहा कि स्कूलों का दौरा करने से मुझे कई जमीनी हकीकत का पता चला है और अब मेरा प्रयास स्कूलों का व्यवस्थित ढंग से विकास करने का होगा, ताकि स्कूल हर जरूरत को पूरा कर बच्चों की क्षमता को बढ़ा सकें। इसी दौरान उन्होंने अजनाला विधानसभा क्षेत्र के सरकारी स्कूल टपियाला, जो कि लड़कियों का स्कूल है, की खूबियों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके प्रधानाचार्य ने अपने स्तर पर मेहनत कर स्कूल में छात्राओं के लिए बसों की व्यवस्था की है और शिक्षा की तुलना में बेहतर पढ़ाई की है. इलाके के महंगे स्कूल दे रहे हैं, लेकिन इस इलाके में ऐसे बहुत कम स्कूल हैं। उन्होंने कहा कि मैंने स्कूल के रिजल्ट और नए दाखिलों पर काफी फोकस किया है और इन मुद्दों को लेकर सभी जिलों के स्कूलों का दौरा कर रहा हूं।उन्होंने कहा कि मैं जमीनी हकीकत जानने के लिए स्कूलों का दौरा करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत  मान की सोच के चलते मेरा फोकस शिक्षा पर है और जल्द ही स्कूलों में 3000 नए कमरे और 117 स्कूल ऑफ एमिनेंस बनाए जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि निजी स्कूलों की ज्यादती पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि करीब तीन हजार शिकायतें मिली हैं और 100 स्कूलों को नोटिस जारी किए गए हैं। आज शिक्षा मंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामदास, आवां, अटारी, छेहरटा और टाउन हॉल स्कूलों का दौरा किया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी जुगराज सिंह, प्रिंसिपल रिम्पी अरोड़ा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। 

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