अमृतसर,14 सितंबर (राजन):वैसे तो गुरु नगरी अमृतसर की अधिकांश सड़के टूटी पड़ी है। सड़के बनवाने के लिए आज मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इंडस्ट्रलिस्टों के साथ मुलाकात में फंड जारी करने की घोषणा भी की है। दूसरी ओर सड़के बनवाने के लिए ई टेंडर सवालों के घेरे में आ रहे हैं। वैसे तो सड़के बनवाने के लिए नगर निगम के अलावा अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, PWD, तरनतारण, मजीठा और जंडियाला नगर कौंसिल में भी ई टेंडर जारी होते हैं। उन टेंडरों में भी यही गिने चुने हुए ठेकेदार है।यही ठेकेदार इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, PWD, तरनतारण, मजीठा और जंडियाला नगर कौंसिल में 10 प्रतिशत से अधिक की सेविंग डालते हैं।लेकिन नगर निगम अमृतसर में एक प्रतिशत से भी कम सेविंग आ रही है।
पहले नगर निगम का सड़कों को बनवाने का 21.96 करोड़ का ई टेंडर सवालों के घेरे
पहले नगर निगम का सड़कों को बनवाने का 21.96 करोड़ रुपए का ई टेंडर सवालों के घेरे में आया था। इस ई-टेंडर की टेक्निकल इवेलुएशन में नगर निगम की टेंडर कमेटी ने 2 बड़ी पार्टियों को डिसक्वालीफाई कर दिया था। डिसक्वालीफाई करने पर पंजाब सरकार के लोकल बॉडी विभाग को इसकी शिकायत की गई। लोकल बॉडी विभाग अपने स्तर पर इसकी जांच कर रहा है। इस ई टेंडर में नगर निगम को करोड़ों रुपए का नुकसान हो सकता है। क्योंकि दो पार्टियों को डिसक्वालीफाई करने के उपरांत फाइनेंसियल बिड में शेष रहती दो पार्टियों की सेविंग मात्र .45 प्रतिशत और .51 प्रतिशत ही आई है। जबकि डिस क्वालीफाई करने वाली पार्टियों सेविंग बहुत अधिक हैं। इस ई टेंडर को लेकर नगर निगम अधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है।
अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का ई टेंडर आया सवालों के घेरे में !
अब सड़के बनवाने के लिए अमृतसर इंप्रूवमेंट ट्रस्ट का ई टेंडर Pl BM/Pc on different streets in सेंट्रल कांस्टिट्यूसी भी सवालों के घेरे में आ गया है। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट द्वारा 2करोड रुपए से अधिक की लागत से सड़के बनाने का ई टेंडर जारी किया था। इस ई-टेंडर की टेक्निकल और फाइनेंशियल बिड ट्रस्ट के अधिकारियों द्वारा खोलकर वेट करने के लिए लोकल बॉडी विभाग को भेज दी। यह टेंडर दूसरी बार लगा था। इस ई टेंडर में एक ही पार्टी ने बिड भरी थी। ट्रस्ट अधिकारियों द्वारा फाइनेंसियल बिड खोलते समय इसकी सेविंग 13.77 प्रतिशत दिखाई गई। जब टेंडर वेट करने के लिए भेजा गया, तब सेविंग बहुत ही कम हो गई।
विजिलेंस करें जांच तो सच्चाई सामने आएगी
इस ई टेंडर की अगर विजिलेंस पुलिस द्वारा जांच की जाती है, तो सच्चाई सामने आ जाएगी। इस ई-टेंडर की सेविंग एकदम कैसे कम हो गई। किसकी मिलीभगत से ऐसा हुआ। इस पर भी सवाल उठ रहे हैं। सेविंग कम होने से इंप्रूवमेंट ट्रस्ट को लाखों रुपए का नुकसान हो जाएगा।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें
https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें