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जेल से बंद गैंगस्टर लॉरेंस के इंटरव्यू पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से मांगा जवाब

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की फाइल फोटो।

अमृतसर,9 नवंबर :जेल से बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का  इंटरव्यू पर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट सख्त हो गई है। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार से जवाब मांग लिया है। इतना ही नहीं, कुछ ही देर में पंजाब सरकार द्वारा बनाई गई जांच कमेटी को इसका जवाब दाखिल करना होगा। हाईकोर्ट की डबल बेंच ने सो-मोटो बेसिस पर सुनवाई शुरू की है। हाईकोर्ट ने सरकार से सवाल किया है कि इस मामले की जांच के लिए जो सिट टीम बनाई गई थी, इस मामले में जांच कितनी आगे बढ़ी है और जांच कहां तक पहुंची है। साथ ही इस बात की भी जानकारी मांगी है कि इस मामले में क्या कार्रवाई की गई है। गौरतलब है कि एक निजी चैनल पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने इंटरव्यू दिया था। सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड लॉरेंस के इंटरव्यू से पूरे पंजाब में सनसनी फैल गई थी। विरोध के बाद डीजीपी ने बयान दिया कि ये इंटरव्यू पंजाब की जेल में नहीं किया गया था। अभी डीजीपी ने अपना पक्ष रखा ही था कि लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू भी उसी चैनल पर चला दिया गया। इस इंटरव्यू के बाद पंजाब सरकार व डीजीपी दोनों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई।

14 मार्च को ब्रॉडकास्ट हुआ था पहला इंटरव्यू

गैंगस्टर लॉरेंस का पहला इंटरव्यू 14 मार्च की शाम को ब्रॉडकास्ट किया गया था। जिसके बाद से ही आप सरकार विरोधियों के निशाने पर आ गई थी। 15 मार्च को ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल कर दिया। बीते दिनों हुए गोइंदवाल जेल और अब लॉरेंस पार्ट-1 के बाद सीएम भगवंत मान ने जेल विभाग को मंत्री हरजोत बैंस से अपने हाथों में ले लिया था। डीजीपी पंजाब ने भी पहले इंटरव्यू के बाद साफ तौर पर लॉरेंस का इंटरव्यू पंजाब से बाहर होने की बात कही। 16 मार्च को डीजीपी गौरव यादव को खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इंटरव्यू पार्ट-1 पर सफाई देनी पड़ी। लेकिन इंटरव्यू पार्ट-2 आने के बाद फिर से पंजाब पुलिस और जेल विभाग पर सवाल खड़े हुए।

बैरक से कॉल करने का दिया सबूत

इंटरव्यू पार्ट-2 में लॉरेंस ने जेल के अंदर से इंटरव्यू करने का सबूत भी दिया। उसने अपनी बैरक भी दिखाई और बताया कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता, लेकिन मोबाइल भी उसके पास आ जाता है और सिग्नल भी। जबकि बठिंडा को पंजाब की सबसे सेफ जेल कहा गया है, जो जैमर से इंस्टॉल है। डीजीपी तो दावा कर चुके हैं कि बैरक में गार्ड रोजाना सिग्नल ना होने की जांच भी करने आते हैं।

जेल की कमजोरियां भी गिनाई

लॉरेंस ने अपने इंटरव्यू में जहां जेल की बैरक से इंटरव्यू देने का सबूत दिया, वहीं जेल की कमजोरियों को भी उजागर किया। लॉरेंस का कहना है कि रात के समय जेल के गार्ड बहुत कम आते-जाते हैं, इसीलिए वह रात को कॉल कर रहा है।लॉरेंस ने मोबाइल के अंदर आने के बारे में भी जानकारी दी। लॉरेंस के अनुसार मोबाइल बाहर से जेल के अंदर फेंके जाते हैं। कई बार जेल स्टाफ उन्हें पकड़ भी लेता है, लेकिन अधिकतर बार मोबाइल उस तक पहुंच जाता है।

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