अमृतसर 27 फरवरी(राजन): उपायुक्त गुरप्रीत सिंह खैहरा द्वारा दिवांग लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए एक विशेष बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला सामाजिक सुरक्षा अधिकारी असीसिंदर सिंह और सदस्य सचिव, क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण मैडम ज्योति बाला, सिविल सर्जन डॉ चरणजीत सिंह, जिला अटॉर्नी प्रमोद कुमार शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सतिंदर बीर सिंह, कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग, सचिव रेड क्रॉस रणधीर सिंह, जिला खेल अधिकारी गुरलाल सिंह और नागरिक समाज के अन्य प्रतिनिधि थे।
बैठक को संबोधित करते हुए, उपायुक्त ने कहा कि दिवांग लोग हमारे समाज का एक अभिन्न अंग हैं। उन्हें समाज में आगे बढ़ने का मौका दिया जाना चाहिए। उन्होंने कार्यवाहक अभियंता पीडब्ल्यूडी को सरकारी भवनों में निर्मित सभी भवनों में विकलांगों के लिए रैंप का निर्माण करने का निर्देश दिया। उन्होंने सिविल सर्जन से जिले में विकलांग व्यक्तियों का एक सर्वेक्षण करने के लिए कहा ताकि विकलांगता के प्रकार और प्रभावित आबादी का पता लगाया जा सके और भविष्य में उनकी मदद करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा सके। उन्होंने रेड क्रॉस को निर्देश दिया कि वह जल्द से जल्द जिले में जिला विकलांगता और पुनर्वास केंद्र को सक्रिय करें ताकि दीवान केंद्र में मौजूद विभिन्न विशेषज्ञों से सलाह ले सकें और सुविधाओं का लाभ भी उठा सकें। श्री खैहरा ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम के तहत विशेष शिक्षक रखने के लिए प्रत्येक स्कूल को सार्वजनिक और निजी करने के लिए उचित आदेश जारी करें और भविष्य में जिला प्रशासन द्वारा गठित एक टीम इसकी जांच करेगी।उन्होंने जिला रोजगार ब्यूरो को निर्देश दिया कि युवाओं को विशेष शिक्षा में डिप्लोमा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे दिव्यांगता के क्षेत्र में बढ़ती जागरूकता के कारण पैदा होने वाली नौकरियों का लाभ उठा सकें। उपायुक्त ने परिवहन विभाग को ड्राइविंग स्कूल में दीवानों के लिए विभिन्न योजनाओं और क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण के कार्यालय जैसे पंजाब सरकार की बस की सवारी, नए वाहनों के पंजीकरण में रियायत, इत्यादि का विवरण पोस्ट करने का निर्देश दिया। उन्होंने जिला खेल अधिकारी को निर्देश दिए कि वे दिव्यांगों के लिए खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करें।
उपायुक्त ने आम जनता से अपील की कि वे दिव्यांग लोगों को समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानें और उन्हें सभी को समान अवसर दें ताकि वे भी समाज के विकास में अपना योगदान दे सकें।