मरीजों को खाना खिलाने के लिए जिला अधिकारियों से भी मदद ली जाएगी

अमृतसर,18 दिसम्बर :डिप्टी कमिश्नर अमृतसर साक्षी साहनी ने जिले में टीबी उन्मूलन के लिए एक टास्क फोर्स का गठन करते हुए निर्देश दिया कि हर मरीज का रिकॉर्ड रखा जाए और हर जरूरतमंद मरीज को विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार उचित आहार दिया जाए। आज आयोजित एक विशेष बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जो मरीज आर्थिक अक्षमता के कारण उचित आहार नहीं ले रहे हैं, उन्हें जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, रेड क्रॉस, धार्मिक संगठनों और धर्मार्थ पुरुषों के सहयोग से भोजन उपलब्ध कराया जाएगा भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिए।इसके लिए डीसी ने सभी सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का सहयोग लेने का भी निर्देश दिया तथा कई मरीजों को भोजन के लिए स्वयं गोद लेने की भी पेशकश की।
टीबी खत्म करने वाला अमृतसर देश का पहला जिला होना चाहिए

डिप्टी कमिश्नर साहनी ने कहा कि अमृतसर को जिले से टीबी खत्म करने वाला देश का पहला जिला होना चाहिए और इसके लिए जो भी समय, संसाधन, धन और ऊर्जा की आवश्यकता होगी हम निवेश करेंगे। उन्होंने जिले में मौजूद 5 हजार से अधिक मरीजों की उनके निवास स्थान के अनुसार मैपिंग करने के भी निर्देश दिए ताकि आशा कार्यकर्ताओं या अन्य कर्मचारियों को उनके क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए ऐसे मरीजों को दवा और भोजन उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी सौंपी जा सके।
एक हेल्पलाइन नम्बर दिया जाये ताकि वह मदद के लिए पुकारें
डीसी ने कहा कि ऐसी व्यवस्था एवं साधन स्थापित किये जायें कि प्रत्येक मरीज को उसकी दैनिक दवा लेने के लिये उसके मोबाइल फोन पर दो बार संदेश भेजा जाये तथा इसके अतिरिक्त जब उसकी खुराक अथवा दवा समाप्त हो जाये तो उसे एक हेल्पलाइन नम्बर दिया जाये ताकि वह मदद के लिए पुकारें। इसलिए उन्होंने जेल में बंद कैदियों में से टीबी के मरीजों की पहचान कर उनका इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. आज की बैठक में सहायक आयुक्त सुश्री सोनम, सिविल सर्जन सुश्री किरणदीप कौर, सेंट्रल जेल के अधीक्षक श्री हेमन्त शर्मा, जीएम इंडस्ट्री मानवप्रीत सिंह, डिप्टी मेडिकल स्टूडेंट डॉ. पीएस ग्रोवर, टीबी ऑफिसर डॉ. विजय, डॉ. गुनीत, वर्ल्ड बैंक सलाहकार डॉ. प्रितोष धवन और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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