
अमृतसर, 6 मई (राजन):डिप्टी कमिश्नर अमृतसर साक्षी साहनी ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार की हिदायतों के मद्देनजर किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 7 मई को एक अभ्यास करवाया जा रहा है, जिसके तहत कल शाम 4 बजे एक सायरन बजेगा, जो हवाई हमले की सूचना का प्रतीक होगा। उन्होंने कहा कि कल या उसके बाद जब भी ऐसा सायरन बजेगा तो आम जनता से अपेक्षा की जाती है कि वे इसे सुनते ही ऊंची इमारतों से बाहर निकलकर जमीन या भूतल पर पहुंच जाएं। अगर वहां छत नहीं है तो उन्हें किसी पेड़ के नीचे बैठना चाहिए। इमारतों के अंदर रहने वाले लोगों को खिड़कियों, विशेषकर कांच की खिड़कियों से दूर रहना चाहिए।
दमकल गाड़ियां या एम्बुलेंस तुरंत रास्ता देना होगा
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इस दौरान सड़क पर चल रहे पैदल यात्रियों या वाहनों को तुरंत आपातकालीन वाहनों को रास्ता देना चाहिए, जिनमें दमकल गाड़ियां या एम्बुलेंस शामिल हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि इन्हें सिविल डिफेंस द्वारा अभ्यास के लिए बजाया जा रहा है, ताकि इनकी कार्यक्षमता और ध्वनि की जांच की जा सके। उन्होंने कहा कि इस दौरान किसी भी तरह से घबराने की जरूरत नहीं है।
ब्लैकआउट अभ्यास कल रात 10:30 बजे से 11 बजे तक
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि इसी प्रकार का ब्लैकआउट अभ्यास कल रात 10:30 बजे से 11 बजे तक किया जाएगा। ब्लैकआउट के दौरान पूरे शहर की लाइटें बंद कर दी जाएंगी तथा जनता से भी आग्रह किया गया है कि वे इस दौरान अपने घरों में इनवर्टर या जनरेटर बंद रखें। यदि किसी कारणवश उन्हें लाइटें जलानी ही पड़े तो उन्हें अपनी लाइटें इस प्रकार चलानी चाहिए कि उनकी रोशनी खिड़की या दरवाजे से बाहर न जाए। इसके अलावा अंधेरा होने पर अपने आप चालू होने वाले सीसीटीवी कैमरे या सोलर लाइटें भी इस दौरान बंद कर देनी चाहिए, ताकि शहर पूरी तरह अंधेरा नजर आए।इस दौरान, यदि कोई वाहन सड़क पर चल रहा है, तो उसे अपनी लाइटें बंद कर देनी चाहिए, सड़क से हट जाना चाहिए, तथा किसी कच्ची सड़क पर रुक जाना चाहिए।
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