
अमृतसर, 7 सितंबर(राजन): बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्यों के बाद, जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य संबंधी ज़रूरतों पर अधिक ध्यान देना शुरू कर दिया है। आज डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने सिविल सर्जन डॉ. स्वर्णजीत धवन और गुरु नानक देव मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ राजीव देवगन सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद बताया कि जिन गाँवों में पानी जमा है, वहाँ दवाओं का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें फ़िलहाल 11 फॉगिंग मशीनें मिली हैं और हम इन्हें दो शिफ्टों में चलाकर ज़्यादा से ज़्यादा काम करवाएँगे।
मलेरिया और चिकनगुनिया की रोकथाम इस समय सबसे बड़ी प्राथमिकता
डीसी साहनी ने कहा कि जल जनित बीमारियों, जिनमें मुख्य रूप से मलेरिया और चिकनगुनिया शामिल हैं, की रोकथाम इस समय सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट किया कि इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है, इसलिए विभाग के कर्मचारियों के अलावा आशा कार्यकर्ताओं और वॉलिंटियर्स की टीम लेकर इस काम को पूरा किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि छोटे बच्चों के लिए मच्छरदानी और मच्छर नियंत्रण के लिए ओडोमास भी हर जरूरतमंद परिवार को वितरित किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक आपदा से जो नुकसान होना था, वह हो चुका है, लेकिन अब हमारी लापरवाही के कारण कोई नुकसान न हो, इसलिए दवा का छिड़काव निरंतर जारी रहना चाहिए।
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