गेहूं की खरीद 10 अप्रैल से सुचारू हो जाएगी
जिले के 57 खरीद केंद्रों में व्यवस्थाएं पूरी
अमृतसर,8 अप्रैल(राजन): पंजाब सरकार 10 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू करेगी और जिले की 57 मंडियों में खरीद की व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी और जिले में गेहूं की निर्बाध खरीद 10 अप्रैल से शुरू कर दी जाएगी।
आज यहां इसका खुलासा करते हुए उपायुक्त गुरप्रीत सिंह खैहरा ने किसानों से मंडियों में गेहूं की केवल सूखी फसल लाने की अपील की ताकि विपणन के दौरान कोई कठिनाई पैदा न हो। उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं की कटाई करते समय नमी पर विशेष ध्यान देना चाहिए और गेहूं की कटाई तभी करनी चाहिए जब वह पूरी तरह से पक जाए ताकि उपज की गुणवत्ता पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। उन्होंने कहा कि गेहूं के दानों में नमी 12% से अधिक नहीं होनी चाहिए क्योंकि अधिक नमी से बाजार में गेहूं की बिक्री में गुणवत्ता में कटौती हो सकती है। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग द्वारा आग पर काबू पाने के लिए विशेष उपाय किए गए हैं।
आज यहां इसका खुलासा करते हुए मुख्य कृषि अधिकारी डॉ कुलजीत सिंह सैनी ने कहा कि किसान स्वयं नमी की जांच कर सकते हैं, अगर गेहूं के दानों को दांतों से चबाया जाए और कड़ी मेहनत की जाए, तो यह मान लें कि नमी की मात्रा पर्याप्त है, लेकिन अगर यह ज्यादा नहीं है सूखना। उन्होंने कहा कि गेहूं की कटाई पूरी होने तक पुआल बनाने के लिए रीपर का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए। नमी के डंठल कभी-कभी आग पकड़ सकते हैं जब वे एक रीपर के साथ पुआल में बने होते हैं, जो मशीनरी के साथ-साथ गेहूं के डंठल और गेहूं की फसल को भी जला सकता है। उन्होंने कहा कि गेहूं की कटाई पूरी होने के बाद ही पुआल बनाने के लिए रीपर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए और पानी को अपने नलकूपों के नलों में रखा जाना चाहिए ताकि किसी भी मुश्किल स्थिति में पानी का इस्तेमाल किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक किसान को अग्निशमन विभाग का 101 नंबर याद रखना चाहिए ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत संपर्क किया जा सके।