बुजुर्गों को इस माह मिलेगी बढ़ी हुई पेंशन
अमृतसर, 10 जुलाई(राजन):ओम प्रकाश सोनी, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री, पंजाब ने कबीर मार्ग, टपई रोड पर भगत कबीर की 623 वीं जयंती को समर्पित 20 लाख रुपये की लागत से कबीर गेट का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने लोगों से भक्ति आंदोलन के महान संत की शिक्षाओं का पालन करने की अपील की, जिन्होंने आपसी प्रेम, भाईचारे और शांति का संदेश दिया है। सोनी ने कहा कि आदि श्री गुरु ग्रंथ साहिब में शिरोमणि भगत जी की बाणी दर्ज है जो पूरी मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि भगत कबीर जी की बानी जाति, पंथ और धर्म से ऊपर उठने का संदेश देती है और हम सभी को उनकी शिक्षाओं पर चलने की जरूरत है।
सोनी ने कहा कि भगत कबीर जी की शिक्षाएं, उनका जीवन और दर्शन हमारे जीवन में नई रोशनी डालने का काम कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि हम सभी को कोविड संकट के खिलाफ लड़ाई और मानवता की सेवा के लिए खुद को समर्पित करने का संकल्प लेना चाहिए.
इस अवसर पर सोनी ने कहा कि पंजाब सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन 750 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी है और यह पेंशन इसी महीने से उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने शगुन योजना राशि का दायरा भी बढ़ाकर 51000/- रुपये कर दिया है। उन्होंने लोगों से सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।
इस अवसर पर अखिल भारतीय कबीर महासंघ के अध्यक्ष सुरिंदर छिंदा ने श्री सोनी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा भगत बाराद्री के कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया है. इस अवसर पर हरिपुरा यूथ क्लब के अध्यक्ष एडवोकेट दपिंदरजीत सिंह ने भी भगत कबीर जी की जयंती पर समर्पित 300 जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरित करने की घोषणा की. इस अवसर पर भगत कबीर जी मंदिर समिति द्वारा श्री सोनी का अभिनंदन भी किया गया।
इस अवसर पर डिप्टी मेयर यूनिस कुमार, पार्षद विकास सोनी, सरबजीत सिंह लट्टी, पार्षद सुदेश कुमारी, सुनील कुमार कोंटी, परमजीत सिंह चोपड़ा, गुरदेव सिंह दारा, रवि भगत, रविंदर शर्मा, महासचिव अमृतसर कांग्रेस, समिति के सदस्यों के अलावा श्री बलदेव भारद्वाज, युद्धवीर प्रधान रविदास मंदिर, रामपाल, सुशांत भगत, मास्टर बलविंदर सिंह, अरविंदर कुमार, महासचिव कांग्रेस समिति श्री कानूनगो राजेश कुमार, देशराज भगत सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित थे।