अमृतसर, 12 जून (राजन): कैप्टन वरदीप सिंह के होनहार बेटे कैप्टन मनजिंदर सिंह भिंडर ने 1997 में उपहारसिनेमा दिल्ली में निःस्वार्थ भाव से 150 लोगों की जान बचाई। वह और उसका 4 साल का बेटा प्रभसिमरन सिंह और पत्नी ज्योत सरूप कौर भी मारे गए।कैप्टन मनजिंदर सिंह की याद में तत्कालीन सरकार ने उधो नंगल सरकारी स्कूल में स्टेडियम और उनके पैतृक गांव मेहता चौक में गेट बनवाया था। ज्ञात हो कि कैप्टन मनजिंदर सिंह की मां गुरनाम कौर और कैप्टन वरदीप सिंह का भी वर्ष 2020 में निधन हो गया था। कैप्टन मनजिंदर सिंह की 3 बहनें सुखमिंदर कौर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी गुरदासपुर (बटाला), गुरसिंदर कौर चंडीगढ़ और प्रीतपाल कौर मस्कट में रह रही हैं।
कैप्टन की बहन जिला आयुर्वेदिक अधिकारी सुखमिंदर केर ने बताया कि कल (13 जून) जयंती मनाई जाएगी और उनकी याद में समारोह का आयोजन किया जाएगा.उल्लेखनीय है कि उपहार अग्नि की घटना, जो हाल के भारतीय इतिहास की सबसे भीषण अग्नि त्रासदियों में से एक है, शुक्रवार, 13 जून, 1997 को दिल्ली के ग्रीन पार्क में उपहार सिनेमा में 3 से शाम 6 बजे बजे तक फिल्म बॉर्डर की स्क्रीनिंग के दौरान हुई। अंदर फंसे, 59 लोगों की मौत हो गई, ज्यादातर दम घुटने से, और कई लोग भगदड़ में घायल हो गए।
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