यदि महिला सरपंच गाँवों की बागडोर संभालते होते तो गाँवों की हालत आज की अपेक्षा कहीं बेहतर होती: धालीवाल
पंचायती राज संस्थाओं में औरतों की मज़बूत भागीदारी पर सैमीनार

अमृतसर, 21 सितम्बर(राजन):पंचायती राज संस्थाओं में औरतों की मज़बूत हिस्सेदारी पर करवाए पंजाब के पहले सैमीनार को संबोधन करते हुये कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने पंजाब के गाँवों की दशा और दिशा बदलने के लिए आगे आने का न्योता देते हुये कहा कि यदि मेरी माताएं, बहनें, बेटियाँ, जोकि गाँवों की सरपंच लोगों द्वारा चुनी गयी हैं, गाँवों की बागडोर हकीकत में संभाल लेते तो आज हमारे गाँवों की हालत कहीं बेहतर होनी थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने सरपंचों का आरक्षण 50 प्रतिशत कर दिया, लोगों ने वोटें डाल कर महिला सरपंच चुन लिए, परन्तु इनको पूरी तरह से काम करने का मौका नहीं मिल सका। उन्होंने कहा कि यदि गाँवों में कमांड औरतों के हाथ होती तो गाँवों में नशा, नाजायज कब्ज़े, शरीकेबाज़ी, वैर-विरोध इतने न होते, जितने कि अब हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारी तीनों
माताएं, जिसमें जन्म देने वाली माता, धरती माँ और मातृभाषा शामिल हैं, संकट में हैं। माँ को बेटे-बेटियों के भविष्य की चिंता है, धरती माँ दूषित होते वातावरण से पीड़ित है और हमारी मातृभाषा को अंग्रेज़ी और अन्य भाषाओं से ख़तरा पैदा हो चुका है, इसलिये आज ज़रूरत है कि अपनी माताओं को बचाने के लिए पुत्रों के साथ-साथ बेटियों भी बराबर की सहयोगी बनाएं।

उन्होंने कहा कि मैं अपने विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी हालत में महिला सरपंच या पंच की जगह उसके पति को दफ़्तरी काम में दख़ल न देने दिया जाये, अब आप गाँवों के विकास के लिए आगे आएं तो मेरे समेत सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी आपका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरपंचों का भत्ता भी जल्द रिलीज कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि आज का सैमीनार सरपंचों का प्राथमिक प्रशिक्षण है और ऐसे प्रशिक्षण महिला सरपंचों को ताकत देने के लिए हरेक जिले में दिया जायेगा। उन्होंने विभाग की प्राप्तियां सांझा करते हुये कहा कि पहले मैं पंचायती ज़मीनों से नाजायज कब्ज़े छुड़ाने की मुहिम शुरु की, जो निरंतर जारी है। फिर पंजाब के लगभग 95 प्रतिशत गांवों में 35 साल बाद ग्राम सभाएं करवाई और अब मोर्चा महिला सरपंचों को उनकी ताकत समझाने का खोला है, जिसके अच्छे नतीजे सामने आऐंगे।

अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर विकास रणबीर सिंह मूधल के नेतृत्व अधीन करवाए गए आज के सैमीनार की विशेष बात यह रही है कि सभी प्रवक्ता औरतें ही थीं, जिनमें डिप्टी कमिशनर लुधियाना सुरभी मलिका, ए आई जी कंवरदीप कौर आई पी एस, सहायक प्रोफ़ैसर डा निर्मला, डा अमिका वर्मा, बीज डी पी ओ एसोसिएशन के प्रधान नवदीप कौर, सी डी पी ओ खुशमीत कौर, हरसिमरन कौर ज़िला कुआर्डीनेटर मनरेगा, सखी वन स्टाप सैंटर के प्रबंधक प्रीति शर्मा, श्रीमती विबूती सेनिटेशन अधिकारी, डिप्टी डी ई ओ रेखा महाजन, सरपंच खिलचियां मनरीत कौर शामिल थे। दूसरों के अलावा इस मौके पर जगदीश कौर धालीवाल, निधि अतिरिक्त डिप्टी कमिशनर गुरदासपुर, प्रिंसीपल मैडीकल कालेज डा विना चतरथ, मैडम शेरी मल्होत्रा एस डी एम बटाला, जसविन्दर कौर गिल, चेतनपुरा, सीमा सोढी आप के प्रधान सतपाल सोखी, रविन्द्र हंस, सतविन्दर सिंह जौहल और अन्य शख्सियतें उपस्थित थी। इस मौके पर आजीविका मिशन के अधीन 62 सेल्फ हेल्प ग्रुपों को करीब 20 लाख रुपए की राशि के चैक भी वितरित किये गए।
” अमृतसर न्यूज अपडेट्स ” की खबर व्हाट्सएप पर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करें
Amritsar News Latest Amritsar News