अमृतसर,10 जुलाई(राजन): नगर निगम के अपने विभागों की आमदनी का पहले से ही बुरा हाल है। निगम के कमाई वाले विभाग जिन में प्रॉपर्टी टैक्स विभाग का वार्षिक लक्ष्य 50 करोड़ रुपए है। 1 अप्रैल से 9 जुलाई 2024 तक 3.23 करोड़ रुपये एकत्रित हुए हैं। निगम के एस्टेट विभाग के सेल का लैंड पिछले लंबे अरसे से नहीं हो रही है। इस विभाग से रेंट और तहबाजारी का भी टैक्स कम आ रहा है। लाइसेंस विभाग अपने लक्ष्य से काफी पीछे चल रहा है।इस वित्त वर्ष में आज तक लाइसेंस की 10.62 लाख रुपया फीस आई है।इसी तरह से कंज्रवेंसी टैक्स भी कम आया है। निगम के विज्ञापन विभाग को कंपनी को दिए हुआ ठेका की राशि तो मिल रही है। किंतु विज्ञापन विभाग बड़े-बड़े शॉपिंग मॉलज, बड़ी-बड़ी प्राइवेट बिल्डिंग औऱ अन्य जगह पर लगे बड़े-बड़े विज्ञापनों से टैक्स एकत्रित नहीं कर रहा है।
एमसेवा पोर्टल तकनीकी खामी से अब बंद
पिछले लंबे समय से एमसेवा पोर्टल की तकनीकी खामियों के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं पहले पोर्टल स्लो होने के कारण पानी-सीवरेज बिल , प्रापर्टी टैक्स अन्य पेमेंट की रसीद आधा-आधा घंटे तक जेनरेट नहीं हो पा रही है। वहीं ऑनलाइन पेमेंट करने वाले लोगों को भी निगम के 2 से 3 चक्कर काटने पड़ रहे हैं। ऑनलाइन पेमेंट करने पर बैंक से तो पैसे कट रहे हैं लेकिन उनको रसीद नहीं मिल पा रही, जिसके बाद उन्हें ऑनलाइन पेमेंट करने के बावजूद सिटीजन फेसिलिटेशन सेंटर के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। वहीं लोगों के साथ-साथ सीएफसी स्टाफ भी परेशान हो रहा है। लोग मैन्युअल रसीद देने की जिद्द भी कर रहे हैं। लेकिन सीएफसी का स्टाफ मैन्युअल रासीद नहीं दे सकता। आज एम सेवा पोर्टल पूरी तरह से बंद हो गया हैं। सीएफसी सेंटर में बैठे कर्मचारियों को भी भारी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। प्रॉपर्टी टैक्स, लाइसेंस फीस, वाटर सीवरेज बिल व अन्य टैक्स जमा करवाने के लिए लोग आ रहे हैं। किंतु सीएफसी सेंटर के कर्मचारी इन भुगतानों को नहीं ले पा रहे हैं।नगर निगम को प्रतिदिन अपने आमदनियों वाले प्रत्येक विभाग से लाखों रुपए आते हैं,अब पोर्टल बंद होने सेआमदनी पूरी तरह से रुक गई है। पोर्टल के अब आगे भी बंद रहने की संभावना है।
कमर्शियल आदारों को पानी सीवरेज बिल जेनरेट नहीं हो रहे
पानी-सीवरेज बिलों की रिकवरी में तेजी लाने के लिए अमृतसर अर्बन वाटर एंड वेस्ट वाटर मैनेजमेंट कंपनी बनाई गई है। वहीं एमसेवा पोर्टल में बिलिंग सही ढंग से नहीं हो पा रही है।1 अप्रैल से लेकर आज तक शहर के किसी भी कमर्शियल यूनिट को पानी- सीवरेज बिल जेनरेट नहीं हो रहे हैं।कॉमर्शियल बिलिंग के लिए अभी साफ्टवेयर तैयार नहीं है।वहीं जो बिल आ रहे हैं, वह सिर्फ मौजूदा रिहायशी जारी हो रहे हैं। नगर निगम का पानी -सीवरेज बिल का पुराना बकाया भी करोड़ों रुपए में है, वह भी जेनरेट नहीं हो रहा है।पिछले साल अभी तक निगम के पास पानी-सीवरेज के बिलों की 2.87 करोड की राशि आई थी। वहीं इस साल अभी तक सिर्फ 54.09 लाख ही जमा आ है। सही ढंग से बिलिंग न होने से रिकवरी कॉफी गिरी है। अब पोर्टल बंद होने से बिल जमा नहीं हो रहे हैं।
पीएमआईडीसी को पोर्टल को अपग्रेड करना होगा
पीएमआईडीसी एम सेवा पोर्टल को पंजाब की सभी नगर निगमों में चल रहा है। इतना भारी लोड होने के कारण पोर्टल स्लो हो जाता है। अब तो हैंग होकर बंद हो गया है। पीएमआईडीसी को पोर्टल की एम सेवा पोर्टल को जल्द से जल्द अपग्रेड करना होगा। जिससे लोग निगम के सीएफसी सेंटर में आकर आसानी से टैक्स जमा कर सके। लोग अपना अपना टैक्स घर बैठे ऑनलाइन एम सेवा पोर्टल पर जमा करवा सके।पंजाब में सिर्फ लुधियाना नगर निगम ने अपना अलग से पोर्टल बनाया हुआ है। लुधियाना नगर निगम का अपना पोर्टल लगातार चल रहा है। वहां पर सभी विभागों के आसानी से टैक्स जमा हो रहे हैं।
पीएमआईडीसी से लगातार शिकायत कर रहे हैं
नगर निगम के सहायक कमिश्नर व सीएफसी के एचओडी विशाल वधावन ने कहा कि पिछले काफी दिनों से पोर्टल में परेशानी आ रही है। उन्होंने बताया कि इस सारे मामले को निगम कमिश्नर के ध्यान में लाया हुआ है। निगम कमिश्नर हरप्रीत सिंह द्वारा पीएमआईडीसी को लगातार शिकायतें की जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस समस्या का हल निकाला जाएगा ।
आने वाले दिनों में अपग्रेड हो जाएगा
इस संबंध में अमृतसर केंद्रीय विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ अजय गुप्ता ने कहा कि एम सेवा पोर्टल में खामियां आने पर लोगों के टैक्स न जमा होने के बारे में आज उन्होंने पीएमआईडीसी की सी ई ओ दीप्ति उप्पल से बातचीत की है। विधायक डॉ गुप्ता ने बताया कि सी ई ओ दीप्ति उप्पल ने उनको बताया है कि 2 दिन में एम सेवा पोर्टल पूरी तरह से ठीक हो जाएगा।
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