बठिंडा में ब्लक ड्रग फार्मा पार्क से बढ़ेगा प्रदेश का फार्मा कारोबार
अमृतसर, 7 दिसंबर: पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि पंजाब फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा राज्य है। यहां केंद्र सरकार के सहयोग से बठिंडा में 1500 करोड़ रुपये की लागत से 1300 एकड़ में ब्लक ड्रग फार्मा पार्क का निर्माण किया जा रहा है। जिसके बनने के बाद पंजाब फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में देश का सबसे अग्रणी राज्य बनेगा। गुलाब चंद कटारिया अमृतसर में चल रहे 18वें पंजाब इंटरनेशनल ट्रेड एक्सपो के दौरान शनिवार को आयोजित पंजाब फार्मास्यूटिकल हेल्थ एंड वेलनेस कान्कलेव के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। कान्कलेव के आयोजन के लिए पीएचडी चैंबर प्रबंधकों की प्रशंसा करते हुए कटारिया ने कहा कि इस तरह के आयोजन में हेल्थ और वेलनेस क्षेत्र से जुड़े डाक्टरों, व्यापारियों व कारोबारियों को शामिल किया जाए तो इसका विस्तार होगा।
पिछले कुछ वर्षों में पंजाब में हेल्थ टूरिज्म बढ़ा
राज्यपाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में पंजाब में हेल्थ टूरिज्म बढ़ा है। विदेशों के लोग उपचार के लिए पंजाब में आ रहे हैं। वर्ष 2020-21 में पंजाब फार्मास्यूटिकल बजट 12 हजार 750 करोड़ कारोबार किया है। राज्यपाल ने कहा कि कारोना काल के दौरान पूरे देश के लोगों में डर व सहम का माहौल था। कोरोना काल के दौरान भारत विश्व का पहला ऐसा देश था जिसने फार्मास्यूटिकल के क्षेत्र में नई शोध की और भारतीय वैज्ञानिकों ने अपनी वैक्सीन तैयार की। कोरोना के दौरान हर तरफ डर व सहम था वहीं देश को बीमारी से लडऩे के लिए नई दिशा मिली। संकट काल में भारतीय वैज्ञानिकों ने नई वैक्सीन इजाद की और भारत के करोड़ों लोगों को इसका लाभ मिला।
पूरे देश में कैंसर की बीमारी बड़ी चुनौती के रूप में उभर रही
राज्यपाल ने कहा कि पंजाब सहित पूरे देश में कैंसर की बीमारी बड़ी चुनौती के रूप में उभर रही है। इसका इलाज सस्ता व सरल होना चाहिए ताकि आम लोगों तक पहुंच सके।इस अवसर पर बोलते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि रोग मुक्त व निरोगी का संगम ही हेल्थ एंड वेलनेस है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों के दौरान भारत सरकार का पूरा ध्यान वेलनेस की तरफ है। उन्होंने बताया कि आज देश में एक लाख 50 हजार अरोग्य मंदिर अर्थात वेलनेस सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। पूनावाला ने कहा कि वर्ष 2012 से पहले देश में जहां केवल सात एम्स थे वहीं आज इनकी संख्या बढक़र 25 तक पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में वर्ष 2012 में जहां हेल्थ स्टार्टअप की संख्या केवल 350 थी वहीं आज इनकी संख्या बढक़र 11 हजार 620 तक पहुंच चुकी है। पीएचडीसीसीआई पंजाब चेप्टर के चेयर कर्ण गिल्होत्रा ने आए हुए अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह के कान्कलेव का दायरा बढ़ाते हुए इसका विस्तार किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स के डिप्टी सैक्टरी नवीन सेठ, क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद के अलावा कई गणमान्य मौजूद थे।
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