
अमृतसर, 27 दिसंबर (राजन): नगर निगम अमृतसर मेयर चुनाव के लिए रोचक स्थिति बनी हुई है। किसी भी पार्टी के पास बहुमत न होने के कारण जोड़-तोड़ की राजनीति चल रही है। चाहे कांग्रेस पार्टी के सबसे अधिक 40 उम्मीदवार विजय हुए हैं। किंतु कांग्रेस पार्टी में गुटबंदी होने के कारण चुने हुए नवनियुक्त पार्षद डबल माइंडेड हो रहे हैं। नाम ना प्रकाशित करने की शर्त पर कांग्रेस, अकाली दल के और आजाद पार्षद बहुत कुछ कह रहे हैं। यहां तक की भाजपा के 9 पार्षदों में से कुछ भाजपा के पार्षदों के धड़े के बड़े नेता यह भी कह रहे हैं कि कांग्रेस ने अगर ” इसको( कांग्रेस के एक पार्षद का नाम लेकर) मेयर पद का उम्मीदवार बनाया तो भाजपा के यह कुछ पार्षद कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार का खुलकर विरोध करेंगे। अलबत्ता यह तो आने वाले समय में ही साफ हो जाएगा। मेयर चुनाव को लेकर पहले पंजाब सरकार के लोकल बॉडी विभाग द्वारा नोटिफिकेशन अभी जारी करना है। उसके बाद ही डिविजनल कमिश्नर जालंधर रेंज नगर निगम अमृतसर कमिश्नर को चुने गए नवनियुक्त पार्षद की हाउस मीटिंग बुलाने के लिए पत्र जारी करेंगे।
पार्षद खरीदने और डराने धमकाने की बात पंजाब कांग्रेस प्रधान कह चुके
कांग्रेस के प्रदेश प्रधान राजा वडिंग गत दिवस जब अमृतसर जिला कांग्रेस देहाती के कार्यालय में कांग्रेस पार्टी का मेयर पद का उम्मीदवार फाइनल करने के लिए आए थे। तब उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्पष्ट तौर पर कहा था कि पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी दूसरी पार्टियों के नव नियुक्त और आजाद उम्मीदवार पार्षदो को खरीदने और डराने धमकाने की बात कह चुके हैं। वैसे भी चुने हुए सभी पार्षदों और उनके खासम खास समर्थकों से यह पता चलता है कि आम आदमी पार्टी का अमृतसर में पार्षदों का कुनबा बढ़ रहा है।AAP मेयर बनाने के लिए पार्षदो के बहुमत के पास पहुंच रही है।
मेयर चुनाव को लेकर पंजाब सरकार ने पिछले 33 सालों से नहीं की रोटेशन
मेयर चुनाव को लेकर कानूनी माहिरो के अनुसार वैसे तो पिछले अंग्रेजों के जमाने से 100 सालों से मेयर या नगर निगम कमेटी प्रधान पद के लिए रोटेशन का प्रावधान हैं। पंजाब में इस वक्त 13 नगर निगम है। पंजाब में नगर निगम के मेयर साल 1991 में बनने शुरू हुए थे। पहले पंजाब की तीन नगर निगम अमृतसर ,जालंधर,लुधियाना, इसके बाद पटियाला,बठिंडा इन 5 नगर निगम के साथ आठ और नगर निगम बन चुकी है। पंजाब सरकार ने पहले नगर निगम में पार्षद पद के लिए रोटेंशन अपनाई गई थी। इसमें जनरल, महिला,एस ई और बी सी कैटिगरी लागू की गई। पहले पार्षद चुनाव लड़ने के लिए 33% महिला कोटा रखा गया। बाद में पंजाब में कांग्रेस पार्टी की कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने महिला कोटा बढ़ाकर 50% कर दिया गया। कानूनी माहिर केहते हैं कि अगर मेयर पद के लिए भी पंजाब की 13 नगर निगम के लिए महिला कोटा किया गया तो इसमें अमृतसर नगर निगम का नाम एक नंबर पर आएगा। माहिरो के अनुसार अमृतसर A अल्फाबेट से शुरू होता है, A नंबर सबसे पहले आता है।
अगर महिला कोटा हुआ तो कांग्रेस की मंजू मेहरा पप्पल और AAP की प्रियंका शर्मा में होगा मुकाबला

अगर महिला कोटा हुआ तो मेयर पद के लिए मुख्य मुकाबला कांग्रेस की मंजू मेहरा पप्पल और आम आदमी पार्टी की प्रियंका शर्मा के बीच होगा। कांग्रेस पार्टी की मंजू मेहरा पप्पल चौथी बार पार्षद चुनी गई है। प्रियंका शर्मा दूसरी बार पार्षद चुनी गई है। मंजू मेहरा पप्पल के पति अरुण पप्पल भी दो बार पार्षद चुने गए हैं। पार्षद प्रियंका शर्मा और उनके पति रितेश शर्मा धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में बढ़ चढ़कर भाग लेते हैं। अमृतसर का मेयर चुनने के लिए अमृतसर के लोगों में भी दिलचस्पी बनी हुई है। कौन बनेगा अमृतसर का मेयर इस पर पूरी तरह से अमृतसरियों की निगाह बनी हुई है। अगर दोनों के बीच या फिर अन्य किसी के बीच मेयर पद के लिए चुनाव हुआ तो चुनाव बेलट पेपर के अनुसार ही होगा।
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