
अमृतसर,3 मई :एनसीबी अमृतसर जोनल यूनिट ने एक कंपनी ‘ब्लास्टिक फार्मा’ के गोदाम से 31 हजार 700 ट्रामाडोल टैबलेट बरामद की गईं। जो गैर-लाइसेंसी निजी अस्पतालों, लाइफ केयर और कॉर्पोरेटिव अस्पताल को अवैध रूप से सप्लाई की जा रही थी। एनसीबी ने अस्पतालों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है।एनसीबी ने ‘ब्लास्टिक फार्मा’ के पार्टनर अमित भंडारी को रिमांड पर रखा है। बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी होनी बाकी है। इसके लिए एनसीबी छापेमारी कर रही है। एनसीबी की कार्रवाई पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देशभर में फैलते ड्रग नेटवर्क के खिलाफ चल रहे अभियान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “भारत ड्रग कार्टेल्स का निर्ममता से सफाया कर रहा है। एनसीबी की अमृतसर जोनल यूनिट ने 4 राज्यों में फैले एक गिरोह का पर्दाफाश किया। 547 करोड़ रुपए की नशीली दवाएं जब्त कीं और 15 लोगों को गिरफ्तार किया। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नशा मुक्त भारत’ के लक्ष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। टीम एनसीबी को बधाई । ” गृह मंत्री के इस बयान से साफ है कि केंद्र सरकार ड्रग्स के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस पॉलिसी’ पर काम कर रही है।

यह एक बड़ा ड्रग डाइवर्जन रैकेट
यह कार्रवाई एनसीबी की अमृतसर रंजीत एवेन्यू यूनिट ने की। एनसीबी की जांच में सामने आया कि अमित भंडारी बिना रिकॉर्ड के लाइफ केयर और कॉर्पोरेटिव अस्पताल को ये नशीली दवाइयां दे रहा था। इन अस्पतालों के पास ट्रामाडोल रखने की कोई लाइसेंसिंग अथॉरिटी से अनुमति नहीं थी। इसके बावजूद, दवा की सप्लाई की जा रही थी। एनसीबी के अनुसार, यह एक बड़ा ड्रग डाइवर्जन रैकेट है, जिसमें नशीली दवाएं फार्मा से सीधे अस्पतालों को भेजी जा रही थीं।
‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन कर