समूह ठेकेदारों तथा सभा सोसाइटी के पास ई पी एफ तथा ई एस आई का नंबर होना अनिवार्य
अमृतसर,11 मई (राजन): नगर निगम में पहले 20 हजार रुपया तक के विकास कार्य करवाने का फाइल सिस्टम जो पिछले लंबे अरसे से चल रहा था, को बंद कर दिया गया। पिछले लंबे अरसे से 20 हजार से 1 लाख रुपए तक के विकास कार्य ऑनलाइन टेंडरिंग होने के उपरांत निगम कमिश्नर की अप्रूवल से शुरू करवा दिए जाते थे। इसके लिए वित्त एंड ठेका कमेटी की मंजूरी नहीं ली जाती थी। 20 हजार रुपए की विकास की फाइल तथा 20 हजार से 1 लाख रुपए तक के विकास कार्य शहर की वार्डो में जरूरी कार्य करवाने के लिए मंजूर किए जाते रहे हैं। इनमें नगर निगम का वित्तीय नुकसान ना हो, जिसके चलते इस पुराने सिस्टम को बंद करवा दिया गया है। अब शहर के जरूरी विकास कार्यों के चलते नगर निगम की वित्त एंड ठेका कमिटी की मीटिंग जल्द से जल्द रखनी पड़ेगी।
मेयर करमजीत सिंह रिंटू ने फरमान किया जारी
मेयर करमजीत सिंह रिंटू द्वारा जारी किए गए फरमान के अनुसार नगर निगम जनरल हाउस द्वारा निगम की वित्त एंड ठेका कमेटी का गठन किया हुआ है। शहर में जितने भी विकास कार्य करवाए जाते हैं।उनकी मंजूरी वित्त एंड ठेका कमेटी से ली जाती है। जारी किए गए फरमान में कहा गया है कि अब 20 हजार रुपयों से अधिक तथा 1 लाख रुपयों तक के विकास कार्य वित्त एंड ठेका कमेटी की मंजूरी होने के बाद ही शुरू करवाए जाएं।
ई पी एफ तथा ई एस आई नंबर लेना किया अनिवार्य
नगर निगम के विकास कार्य करवाने वाले समूह ठेकेदारों तथा सभा सोसाइटी द्वारा अब ई पी एफ तथा ई एस आई नंबर लेना अनिवार्य कर दिया गया है। पहले निगम अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों तथा सभा सोसायटी को इस संबंधी चेतावनी भी दी गई है। पिछले दिनों नगर निगम के सिविल तथा ओ एंड एम विभाग की विकास कार्य की टेंडरिंग के दौरान जिन.ठेकेदारों द्वारा दोनों नंबरों के कागजात साथ में नहीं लगाए उन सभी टेंडरों को रद्द कर दिया गया है।