स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्टर ने सी.ई.ओ अमृतसर स्मार्ट सिटी मलविंदर सिहं जग्गी को किया सम्मानित
अमृतसर,4 सिंतबर (राजन): शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने तथा प्रदूषण को कम करने के लिए स्मार्ट सिटी मिशन के तहत शुरू किए जाने वाले “राही” (रीज्युविनेशन ऑफ ऑटो-रिक्शा इन अमृतसर थ्रू होलीस्टिक इंटरवेशंन) प्रोजेक्ट को मैचुरेशन फेस को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए देश में दूसरा स्थान मिला है । जिसके लिए नगर निगम कमीशनर व सी.ई.ओ अमृतसर स्मार्ट सिटी मलविंदर सिहं जग्गी को दिल्ली में हुए एक विशेष कार्यक्रम में केंद्रीय आवास व शहरी विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव तथा स्मार्ट सिटी मिशन के डायरेक्ट्र कुणाल कुमार द्वारा सम्मानित किया गया । ज्ञात हो कि केंद्रीय आवास व शहरी विकास मंत्रालय, फ्रैंच डेव्लपमेंट एजंसी (एएफडी), यूरोपियन युनियन तथा नैशनल इंस्टीटयूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (एन.आई.यू.ए) द्वारा चलाए जा रहे सिटीज़ प्रोगराम के तहत वर्ष 2019 में अमृतसर स्मार्ट सिटी के राही प्रोजेक्ट का चयन पूरे देश के 37 शहरों के कुल 67 प्रोजेक्टों से किया गया था । सिटीज़ प्रोगराम के तहत पूरे देश में कुल 12 शहरों का चयन किया गया था, जिनमें से सफलतापूर्वक मैचुरेशन फेस को पूरा करने में चेन्नई पहले, अमृतसर दूसरे और सुरत तीसरे स्थान पर रहा । इस मौके पर दिल्ली में हुए एक विशेष कार्यक्रम में इन शहरों के स्मार्ट सिटी के सी.ई.ओ को सम्मानित किया गया । ज्ञात हो कि राही प्रोजेक्ट के तहत शहर में चलने वाले पुराने डीजल ऑटो को ई-ऑटो के साथ बदला जाएगा, जिसके लिए ऑटो-ड्राईवरों को सब्सिडी देने के साथ-साथ उन्हें आसान दरों में लोन भी मुहैया करवाया जाएगा। इसके साथ रही शहर में ई-वाहनों को चार्ज करने के लिए शहर में चार्जिंग स्टेशन भी बनाए जाएगें । इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए सी.ई.ओ अमृतसर स्मार्ट सिटी मलविंदर सिहं जग्गी ने बताया कि अमृतसर देश का पहला ऐसा शहर होगा जहाँ पर इतने बड़े स्तर पर ई-ऑटो को पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम का हिस्सा बनाया जाएगा। जिसके लिए स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ड्राईवरों को सब्सिडी देने के साथ-साथ उन्हें आसान दरों में लोन भी मुहैया करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ई-ऑटो पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भविष्य है, जिससे ना सिर्फ़ वायु प्रदूषण का स्तर शुन्य होगा बल्कि ध्वनि प्रदूषण भी नहीं होगा। इससे शहर का वातावरण भी साफ सुथरा बनेगा और ई- ऑटो से रिक्शा ड्राईवरों की कमाई में भी बढ़ोत्तरी होगी, क्योंकि तेल के बढ़ते दामों से डीजल ऑटो को चलाने की कीमत प्रति कि.मी 4 रूपए से भी अधिक हो गई है, वहीं ई-ऑटो में यह सिर्फ़ 0.68 पैसे प्रति कि.मी है। उन्होनें कहा कि बहुत जल्द ही राही प्रोजेक्ट की औपचारिक शुरूआत कर दी जाएगी।