धान की पराली में आग न लगाने की जागरूकता वैने भेजी गई
अमृतसर, 14 सितंबर (राजन):कृषि विभाग द्वारा पराली जलाने के खिलाफ बड़े पैमाने पर जागरूकता शिविर आयोजित किए जा रहे हैं ताकि किसान पराली जलाने से बच सकें और अपनी आने वाली पीढ़ियों को स्वच्छ वातावरण प्रदान कर सकें।
ये शब्द मुख्य कृषि अधिकारी डॉ. कुलजीत सिंह सैनी एवं उप निदेशक कृषि दलजीत सिंह गिल के मार्गदर्शन में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा संचालित आत्मा योजना के तहत किसानों को धान की पराली में आग न लगाने के लिए प्रेरित करने के लिए जागरूकता वैन का शुभारंभ किया गया। मुख्य कृषि अधिकारी अमृतसर ने बताया कि जिले में कुल तीन वैन भेजी गई हैं और इन वैन में विभाग के अधिकारी/कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। इन वैन से जुड़े अधिकारी विभिन्न गांवों का दौरा कर किसानों को भूमि और पर्यावरण पर पराली जलाने के प्रतिकूल प्रभावों के बारे में शिक्षित करने और मशीनों का उपयोग करके पराली के प्रबंधन के बारे में जानकारी देंगे। इन वैनों के माध्यम से पराली न जलाने पर साहित्य भी वितरित किया जाएगा।
डॉ. सैनी ने किसानों से सुपरसाइडर के माध्यम से गेहूं की बुवाई करने की अपील की क्योंकि सुपरसाइडर के साथ गेहूं की बुवाई करने से न केवल पर्यावरण की बचत होती है बल्कि किसानों की लागत भी कम होती है और भूमि की उर्वरता भी बढ़ती है। उन्होंने कहा कि इससे पानी की खपत कम होगी और उर्वरकों पर काफी पैसा बचेगा।
इस अवसर पर डाॅ. सतिंदर सिंह, डाॅ. गुरदेव सिंह, डॉ. तजिंदर सिंह, सर्व विषय विशेषज्ञ, कृषि विकास अवसर डॉ सुखचैन सिंह बलविंदर सिंह छिना, सुखचैन सिंह परियोजना निदेशक आत्मा, हरनेक सिंह डिप्टी पीडी, जगदीप कौर डिप्टी पीडी, जसपाल सिंह, ज्योति सरमा भी उपस्थित थे।