अमृतसर,26 मई (राजन) : सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने एम डी आर मेेटर्नल डेथ रिव्यू कमेटी की बैठक में कहा कि हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का बहुत जल्द पता लगाना जरूरी है। कुछ गर्भवती महिलाएं हाइपरटेंशन, हार्ट संबंधी रोग व क्रोनिक डिजीज का शिकार हो सकती हैं। यदि इनका समय पर उपचार न किया जाए तो इसका असर कोख में पल रहे बच्चे पर हो सकता है। उन्होंने कहा कि हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का कारण जानना बहुत जरूरी है। हर गर्भवती महिला की मेडिकल हिस्ट्री डाक्टर प्राप्त करें। इसके बाद इसका ट्रीटमेंट किया जाए। गायनी डाक्टरों के अतिरिक्त मेडिसिन स्पेशलिस्ट भी गर्भवती महिलाओं की जांच करें। आमतौर पर स्टाफ नर्स व मेडिकल आफिसर ही गर्भवती महिलाओं की जांच करते हैं। मेडिसिन स्पेशलिस्ट यदि इनकी जांच करे तो बीमारी शीघ्र पकड़ में आ जाती है और उपचार शुरू किया जा सकता है।
डा. चरणजीत सिंह ने कहा कि अमृतसर में एमडीआर की दर कम है। हम संस्थागत डिलीवरी कर रहे हैं। एएनएम व अन्य कर्मचारी अधिक से अधिक प्रयास करें कि डिलीवरी सरकारी सेहत संस्थाओं में की जाए। हाई रिस्क प्रेग्नेंसी को विशेष तवज्जो दी जाए। हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं का लगातार फालोअप किया जाए। गर्भवती महिलाओं को संतुलित भोजन लेने, डाक्टरी सलाह का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसके लिए जिले में अधिक से अधिक गतिविधियां करवाई जाएं।इस अवसर पर सरकारी मेडिकल कालेज अमृतसर से गायनी डाक्टर पलविदर कौर, जिला परिवार भलाई अधिकारी डा. जसप्रीत शर्मा, डा. रजनी, नोडल आफिसर डा. नीलिमा भी उपस्थित थीं।
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