
अमृतसर,31 मई (राजन): श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के पंजाब पुलिस की सुरक्षा नहीं लेने के फैसले के बाद पंजाब पुलिस के हाथ-पैर फूलने लगे हैं।उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार/वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर अमृतसर के पुलिस कमिश्नर जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह सुरक्षा बहाल करने के लिए ज्ञानी हरप्रीत सिंह के स्टाफ के लगातार संपर्क में हैं।अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के निजी सचिव जसपाल सिंह ने कहा कि अमृतसर के पुलिस कमिश्नर अरुणपाल सिंह ने दो बार अकाल तख्त मुख्यालय से संपर्क कर सिंह साहिब की सुरक्षा बहाल करने को कहा था लेकिन सिंह ने सुरक्षा देने से इनकार कर दिया.इन सबके बाद ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेश पर अकाल तख्त मुख्यालय ने सुरक्षा मुहैया कराने से साफ इनकार कर दिया हैं।जानकारी के अनुसार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ कुल छह (तीन पंजाब पुलिस और तीन आईआरबी) के सुरक्षा कर्मी थे, जिनमें से तीन को राज्य सरकार ने कुछ दिन पहले वापस बुला लिया था।अब पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद सुरक्षा को लेकर विवादों में घिरी पंजाब सरकार ने इस मामले को छुपाना शुरू कर दिया है। इस बड़े हादसे से सरकार को विपक्ष के कोप का भी सामना करना पड़ रहा है।सिद्धू मूसेवाला की हत्या से ठीक एक दिन पहले पंजाब सरकार ने सिंगर सिद्धू मूसेवाला समेत राज्य के करीब 424 वीआईपी की सुरक्षा वापस ले ली थी। और एक दिन बाद 29 मई को सिद्धू की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी.राज्य में इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सुरक्षा बहाल करने और सुरक्षा कर्मियों को फिर से तैनात करने के प्रयास किए जा रहे हैं,लेकिन अब जत्थेदार सुरक्षा वापस लेने से साफ इनकार कर रहे हैं। हालांकि एसजीपीसी ने हरप्रीत सिंह की सुरक्षा में टास्क फोर्स के 10 जवानों को तैनात किया है।दूसरी ओर, अमृतसर के पुलिस कमिश्नरअरुणपाल सिंह से जब जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा सुरक्षा की कमी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने केवल इतना कहा कि जत्थेदार साहब इस समय बाहर हैं और अमृतसर लौटने पर उनके साथ इस मामले पर चर्चा की जाएगी।उधर, कल से घल्लूघरा सप्ताह शुरू होने से पहले अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने स्वर्ण मंदिर के आसपास के इलाकों समेत शहर के कई इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है और पुलिस के साथ अर्धसैनिक बल के जवानों को भी तैनात कर दिया गया है।