पराली से भी कमाई की जा सकती है
अमृतसर, 10 अक्टूबर (राजन ) :जिलाधीश गुरप्रीत सिंह खैहरा ने किसानों से अपील की है कि धान की फसल के दौरान ज़मीन और पर्यावरण की देखभाल में हमारा साथ दें। खैहरा ने कहा कि हम किसान की हर समस्या से वाकिफ हैं लेकिन हम समस्या को समझदारी से सुलझाने में कामयाब रहे हैं न कि समस्या को छोड़ कर। उन्होंने कहा कि जैसे ही कई लोग किसानों के लिए पराली की गांठें बनाकर पैसा कमा रहे थे और फिर उन्हें कार्डबोर्ड और चीनी मिलों को बेच रहे थे, किसान भी संयुक्त रूप से उपकरण खरीदकर पहल कर सकते थे। देउन्होंने कहा कि इस साल अब तक लगभग 800 मामले सामने आए हैं, क्योंकि इस साल धान का सीजन 10 दिन पहले आया था, दूसरा पिछले साल मौसम खराब था और बारिश के कारण पराली में आग नहीं लगी थी। हालांकि, इस बार मौसम साफ होने के कारण भूसा भी सूखा है। उन्होंने कहा कि हमारी टीमें लगातार किसानों को खेत में पराली ले जाने के फायदों के बारे में जागरूक करने के लिए काम कर रही थीं और इसी उद्देश्य से किसानों को भाड़े पर औजार दिए जा रहे थे। अगर कोई किसान हमें नहीं समझता है तो हम भी उस किसान को दंडित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर पर्यावरण को बचाना है तो पराली जलाना बंद करना होगा। यदि लोग इसकी खेती पराली के खेत में करते हैं, तो किसान को अच्छी उपज के रूप में भी लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि किसान पर जुर्माना होना चाहिए या पुलिस को एफआईआर दर्ज करनी चाहिए। एफ आई आर या अन्य सख्ती अंतिम उपाय है, लेकिन हम किसान समुदाय को रिझाने और मनाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि एसडीएम तक के हमारे अधिकारी किसानों तक पहुंच रहे थे और उम्मीद करते थे कि इससे अच्छे परिणाम मिलेंगे।