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बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर विमेन ने महात्मा आनंद स्वामी जी की जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष वैदिक हवन यज्ञ का आयोजन किया

अमृतसर,9 नवंबर (राजन):बीबीके डीएवी कॉलेज फॉर विमेन ने महात्मा आनंद स्वामी जी की जयंती के उपलक्ष्य में एक विशेष वैदिक हवन यज्ञ का आयोजन किया। हवन की शुरुआत गायत्री मंत्र के जाप से हुई और समापन कॉलेज के संगीत विभाग द्वारा प्रस्तुत भजन के साथ हुआ।अपने संबोधन में प्रिंसिपल डॉ. पुष्पिंदर वालिया ने प्रार्थना की कि हम सभी महात्मा आनंद स्वामी जी की शिक्षाओं से प्रभावित हों और उनकी पुस्तकों के शीर्षकों का उल्लेख करें; उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पुस्तकें मन और आत्मा के लिए एक शरणस्थली हैं। उन्होंने आगे कहा कि उनकी शिक्षाएं यह संदेश देती हैं कि कोई भी घरेलू जीवन जीते हुए भी मोक्ष की खोज कर सकता है।

प्रिंसिपल डॉ. वालिया ने भी की तारीफ माननीय डॉ. पूनम सूरी, अध्यक्ष, डीएवी सीएमसी, जो महात्मा आनंद स्वामी जी के पोते होने के कारण आर्य समाज के मूल्यों और मूल्यों के सार हैं, और इस प्रकार प्रेरणा के एक समृद्ध स्रोत हैं। श्री आर्य समाज, लक्ष्मणसर के अध्यक्ष इंद्रपाल आर्य ने इस बात पर प्रकाश डाला कि महात्मा आनंद स्वामी जी ने गायत्री मंत्र के निरंतर जाप से सहज ज्ञान प्राप्त किया। उन्होंने धर्मी जीवन जीने के साधन के रूप में अपनी शिक्षाओं के बारे में भी बात की। एलएमसी के चेयरमैन सुदर्शन कपूर ने प्रिंसिपल डॉ. वालिया और स्टाफ के सदस्यों ने हवन के सफल समापन पर और इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि महात्मा आनंद स्वामी जी ने अपना पूरा जीवन आर्य समाज और मानवता की सेवा के लिए समर्पित कर दिया और हम सभी के लिए एक प्रेरणा हैं। इस अवसर पर डॉ.अनिता नरेंद्र. डॉ.शैली जग्गीनोडल अधिकारी, बलबीर कौर बेदी, कर्नल. वेद मित्तल, डीएवी पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल पल्लवी सेठी और कॉलेज के फैकल्टी सदस्य मौजूद थे।

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