
अमृतसर,6 अप्रैल (राजन):अटारी वाघा बॉर्डर के रास्ते एक पाकिस्तानी को आज उसके वतन वापस भेजा गया। साल 2021 के दिसंबर महीने में गलती से भारतीय सीमा में दाखिल हुए पाक नागरिक जुलकर नैण को वापस उसके वतन भेज दिया गया है। उसे 7 महीने की सजा हुई थी, लेकिन कागजी कार्रवाई के चलते वह 15 महीने के बाद अपने परिवार से मिलने के लिए वापस गया।
मदरसे से भागा, गलती से सीमा में घुसा
जुलकर ने बताया कि वह पाकिस्तान में गांवजंडू कलां मंडी बहावल दीन का रहने वाला है । उसके पिता जदर इकबाली पेशे से डॉक्टर हैं। वह खुद 10वीं कक्षा में पढ़ता था। उस पर पढ़ाई का काफी कमजोर था। मदरसे में दिन में उसे 2 बार पढ़ना पड़ता था, जिससे परेशान होकर वह मदरसे से भाग गया। इस दौरान वह भारत-पाकिस्तान सरहद के पास टहल रहा था कि गलती से नारोवल से भारतीय सीमा में आ गया। बीएसएफ जवानों ने उसे पकड़ कर अजनाला कोर्ट में पेश किया, जहां उसका ट्रायल चला और उसे 7 महीने की सजा हुई थी। उसे अमृतसर की केंद्रीय जेल में भेज दिया गया। जुलकर ने बताया कि उसकी सजा 8 महीने पहले ही खत्म हो गई, लेकिन दोनों देशों के बीच कागजी कार्रवाई में देरी हुई, इसलिए वह 15 महीनों के बाद रिहा हो पाया है। जुलकर ने बताया कि वह काफी अधिक खुश है। 15 महीनों के बाद वह अपने परिवार से मिल पाएगा।
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