
अमृतसर,9 मई(राजन): भगवंत मान सरकार के सत्ता संभालने के बाद पंजाब की बदतर हुई कानून-व्यवस्था, गैंगस्टर राज, रोज़ाना हो रही हत्याओं तथा पंजाब में नशे से रोज़ाना होने वाली मौतों को लेकर भारतीय जनता पार्टी अमृतसर के जिला महासचिव मुनीष शर्मा ने कहा कि गुरुनगरी में बेख़ौफ़ अपराधियों द्वारा पिछले दो दिनों में दो धमाके, एक हत्या तथा तेजधार हथियारों के बल पर लूट की वारदातों को अंजाम दिया गया है, लेकिन पुलिस-प्रशासन कुंभकर्णी नींद सोया हुआ है।मुनीष शर्मा ने कहा कि जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, तब से पंजाब में कानून-व्यवस्था नाम की चीज़ बिलकुल खत्म हो गई है। जब से सरकार बनी है तब से आज तक रोज़ाना राज्य में कहीं ना कहीं हत्याएं, फौरौतियाँ मांगने, ना देने पर हत्या, डकैतियाँ, लूटपाट आदि की घटनाएं आम हो गई हैं। आज पंजाब की जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है। कोई ऐसा दिन नहीं गुजरता जब हत्या नहीं होती। हिंदू नेता सुधीर सूरी की स्थानीय गोपाल मंदिर के पास धरने के दौरान पुलिस के सामने हत्या, आप नेता के बेटे द्वारा प्रोपर्टी को लेकर हुए झगड़े में पुलिस के सामने हत्या जैसी कई ने घटनाएँ हो चुकी हैं। पंजाब में नशा बेलगाम हो चुका है, जिससे रोज़ाना नौजवानों की जानें जा रही हैं, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य को भगवान भरोसे छोड़ कर अन्य राज्यों में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। आज पंजाब की जनता में डर का माहौल है। पंजाब की जनता आम आदमी पार्टी को वोट देकर अब खून के आंसू रो रही है। मुख्यमंत्री भगवंत मान पंजाब में कानून व्यवस्था ठीक होने तथा किसी को भी पंजाब की शांति भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी का ब्यान देकर अपने कर्तव्य से पल्ला झाड़ लेते हैं।
अमृतसर एक पर्यटक स्थल
मुनीष शर्मा ने कहा कि अमृतसर एक पर्यटक स्थल है, जहाँ पर रोजाना लाखों सैलानी आते हैं और ऐसे में पंजाब की बदतर कानून व्यवस्था से गुरुनगरी की आर्थिक स्थिति को धक्का लग सकता है। उन्होंने कहा कि भगवंत मान सरकार के 13 महीने के शासनकाल में पंजाब में अपराधियों, देश विरोधी व् समाज विरोधी तत्वों के हौंसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि उन्हें सरकार या पुलिस-प्रशासन का कोई खौफ नहीं रहा। गैंगस्टर व अपराधी रोजाना पुलिस-प्रशासन की नाक के नीचे कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं और सरकार व पुलिस-प्रशासन मूक-दर्शक बनकर तमाशा देख रहे हैं। भगवंत मान और केजरीवाल दोनों मिलकर पंजाब को काले दौर में धकेलने पर तुले हुए हैं। भगवंत मान पंजाब की सत्ता संभालने में नाकाम रहे हैं। ऐसे मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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