
अमृतसर,22 अगस्त (राजन):पाकिस्तानी रेंजर्स ने छह भारतीयों को हिरासत में लिया है। ये सभी भारतीय पंजाब के रहने वाले हैं। पाकिस्तानी रेंजर्स का आरोप है कि इन छह भारतीयों को 29 जुलाई से 3 अगस्त के बीच उनके मुल्क में घुसपैठ करते पकड़ा गया और इसमें बीएसएफ की भी इन्वॉल्वमेंट है।पाकिस्तानी रेंजर्स ने दावा किया है कि पकड़े गए सभी युवक ड्रग्स और आर्म्स की स्मगलिंग में शामिल हैं।

रेंजर्स के दावों को किया खारिज
उधर बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर्स के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि पड़ोसी मुल्क अपनी इमेज बचाने के लिए इस तरह के दावे कर रहा है।
गिरफ्तार किए गए सभी छह भारतीय स्मगलिंग से जुड़े
पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने मंगलवार को एक बयान जारी कर छह भारतीय पंजाबियों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी दी। इस बयान में कहा गया कि भारत के साथ इंटरनेशनल बॉर्डर पर तैनात पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों ने 29 जुलाई से 3 अगस्त के बीच पाकिस्तानी इलाके में घुसे इन 6 भारतीय नागरिकों को पकड़ा। बयान में पाकिस्तानी रेंजर्स के हवाले से यह दावा भी किया गया कि आईएसपीआर के बयान में कहा गया कि गिरफ्तार किए गए सभी छह भारतीय स्मगलिंग से जुड़े हैं और पाकिस्तान में ड्रग के अलावा हथियारोंऔर गोला-बारूद की तस्करी करने की कोशिश कर रहे थे। पाकिस्तान में अवैध रूप से घुसने और इल्लीगल एक्टिविटीज में शामिल इन भारतीय स्मगलरों से देश के कानून के मुताबिक निपटा जाएगा।
चार फिरोजपुर और दो लुधियाना- जालंधर के
पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस के अनुसार, पकड़े गए छह भारतीय स्मगलरों में से चार पंजाब में फिरोजपुर निवासी गुरमेज, शिंदर सिंह, जुगिंदर सिंह, विशाल बताए गए। इनके अलावा दो अन्य युवकों में शामिल रतनपाल सिंह जालंधर और गुरविंदर सिंह लुधियाना जिले के रहने वाले हैं।बयान में दावा किया गया कि इन लोगों ने भारत की तरफ सीमा पर तैनात बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ ) की निगरानी में पाकिस्तानी इलाके में घुसपैठ की।
बीएसएफ ने नकारा, कहा- इमेज बचाने की कोशिश में पाक
उधर पाकिस्तानी रेंजर्स और आईएसपीआर के दावे को बीएसएफ की पंजाब फ्रंटियर के आईजी अतुल फुलजले ने खारिज किया है। फुलजले ने बताया कि जुलाई मध्य में आई बाढ़ में फिरोजपुर बॉर्डर से दो भारतीय युवक रतनपाल सिंह और गुरविंदर सिंह गलती से पाकिस्तानी एरिया में पहुंच गए थे। उस समय इन दोनों युवकों को पाकिस्तानी रेंजर्स ने पकड़ लिया था और बीएसएफ को प्रोटेस्ट नोट दिया था। दोनों मुल्कों के बीच हुए समझौते के अनुसार एक-दूसरे के नागरिक पकड़े जाने पर ये प्रोटेस्ट नोट देना जरूरी होता है । फुलजले के मुताबिक, पाकिस्तानी रेंजर्स का.प्रोटेस्ट नोट मिलने के बाद बीएसएफ ने प्रॉपर रिस्पांस दिया, लेकिन पाकिस्तानी रेंजर्स ने अचानक जवाब देना बंद कर दिया। अब महीने भर बाद दावा किया जा रहा है कि 29 जुलाई से 3 अगस्त के दौरान 6 भारतीय नागरिकों को पाकिस्तानी इलाके में घुसने पर पकड़ा गया। बीएसएफ पंजाब फ्रंटियर के आईजी ने कहा कि अगर पाकिस्तानी रेंजर्स ने 6 भारतीयों को पकड़ा था तो उसी समय बीएसएफ को प्रोटेस्ट नोट जारी करना चाहिए था। फुलजले के मुताबिक, यह पड़ोसी मुल्क का सिर्फ रिएक्शन भर है क्योंकि एक दिन पहले ही बीएसएफ ने पाकिस्तान के दो तस्करों को 29.26 किलो हेरोइन के साथ भारतीय इलाके में पकड़ा था। पिछले कुछ समय में पाकिस्तान के तीन घुसपैठियों को भी बीएसएफ ने मार गिराया। ऐसे माहौल में पाकिस्तानी रेंजर्स अब अपनी इमेज बचाने के लिए इस तरह का दावा कर रहे हैं । अगर ऐसा नहीं है तो पाकिस्तानी रेंजर्स को इन भारतीयों के पकड़े जाने का क्लेम 3 अगस्त के तुरंत बाद करना चाहिए था।
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