अमृतसर,8 फरवरी:अजनाला के गांव चमियारी से श्रीनगर डबल दिहाड़ी कमाने गए दो युवक आतंकी टारगेट किलिंग का शिकार हो गए। अमृतपाल सिंह का शव आज दोपहर अमृतसर उसके गांव पहुंच गया। लेकिन परिवार ने अब संस्कार करने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि उन्हें अभी तक अमृतपाल की मेडिकल रिपोर्ट ही नहीं दी गई। अमृतपाल सिंह के पारिवारिक सदस्यों ने बताया कि मृतक का सिर्फ शव उन्हें सौंपा गया है, जबकि कोई मेडिकल रिपोर्ट नहीं दी गई। शव को देखने से लग रहा है कि उन्हें कोई गोली नहीं लगी। सिर्फ चेहरे पर चोटों के निशान हैं। जब तक उनके शव की मेडिकल रिपोर्ट नहीं सौंपी जाती, वे संस्कार नहीं करेंगे। इसके साथ ही परिवार ने आर्थिक मदद के लिए भी सरकार से अपील की है।अमृतपाल कारपेंटर का काम करता था, जबकि रोहित हेल्पर के तौर पर काम करता था। मंगलवार को ही मृतक यहां से गुरदासपुर के ठेकेदार के कहने पर गए थे, दोनों बचपन के दोस्त थे। रोहित घरों में पेंट करने का काम करता था। अमृतपाल पहले भी श्रीनगर में कारपेंटर का काम कर चुका है और इस बार काम आया तो हेल्पर के तौर पर वह रोहित को साथ ले गया। देर रात दोनों की मृत्यु का समाचार पाकर दोनों परिवारों का बुरा हाल था।
बाद में परिवार की प्रशासन से बनी सहमति
बाद दोपहर परिवार की प्रशासन के साथ सहमति बन गई। बाद दोपहर ही अमृतपाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
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