Breaking News

राष्ट्रीय लोक अदालत में 19815 मामले निपटाए गए

अमृतसर, 11 मई :पंजाब राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण और माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय, चंडीगढ़  अमरिन्दर सिंह ग्रेवाल, जिला एवं सत्र-सह-अध्यक्ष, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, अमृतसर और  रशपाल सिंह, सिविल जज-साथ-राष्ट्रीय के निर्देशन में सचिव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, अमृतसर के प्रयासों से आज लोक अदालत का आयोजन किया गया। यह राष्ट्रीय लोक अदालत अमृतसर की जिला अदालतों और तहसील अजनाला और बाबा बकाला साहिब में भी स्थापित की गई थी। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में चेक, बैंक, भूमि विवाद, घरेलू विवाद एवं लगभग सभी प्रकार के मामलों का निपटारा किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत की अधिकतम सफलता के लिए जिला अदालतों, अमृतसर और तहसील अजनाला और बाबा बकाला साहिब में कुल 23 बेंचों का गठन किया गया था। जिनमें से 17 बेंच अमृतसर की अदालतों में, 1 बेंच स्थायी लोक अदालत की, 3 बेंच अजनाला में और 2 बेंच बाबा बकाला साहिब तहसील में लगाई गईं। पैलेस काउंसिलिंग सेल्स में पारिवारिक विवादों को निपटाने के लिए पुलिस विभाग द्वारा लोक अदालत बेंच भी स्थापित की गई हैं। इस राष्ट्रीय लोक अदालत की सभी पीठों द्वारा कुल 22370 मामले सुनवाई के लिए रखे गए थे, जिनमें से 19815 मामलों का आपसी सहमति से निपटारा किया गया।

लोक अदालत में दोनों पक्षों के राजीनामा के तहत फैसला होता

इस दौरान माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश  अमरेंद्र सिंह ग्रेवाल ने लोगों को लोक अदालत के महत्व के बारे में जानकारी दी। लोक अदालत में दोनों पक्षों के राजीनामा के तहत फैसला होता है। जन अदालतों के माध्यम से सस्ता एवं त्वरित न्याय मिलता है। लोक अदालतों के फैसले के खिलाफ कोई अपील नहीं होती. दोनों पक्षों के बीच प्यार बढ़ता है।रशपाल सिंह, सिविल जज, सीनियर डी.डब्लू. द्वारा यह संदेश दिया गया कि लोक अदालत जिसे लोक न्यायपालिका प्रणाली के नाम से भी जाना जाता है, के माध्यम से आम जनता अपने विवादों के संबंध में अपनी राय संबंधित न्यायालय में रख सकती है, जहां उनका मामला बिना किसी वकील इन लोक अदालतों के माध्यम से लॉर्ड्स से दूर रहकर शांतिपूर्ण माहौल में अपने विवादों का निपटारा कर सकते हैं। इस प्रकार, जब मामले शांतिपूर्ण तरीके से निपट जाते हैं, तो समाज में यह संदेश पहुंचता है कि लड़ने का कोई मतलब नहीं है और हम बिना किसी डर या अन्य कारणों के वह जीवन जी सकते हैं जो भगवान ने हमें दिया है।पति-पत्नी का एक विवाद जो पिछले 10 वर्षों से अदालतों में लंबित है, यह पारिवारिक विवाद 2014 में राजस्थान से शुरू हुआ था और 2023 से मामले अमृतसर की अदालत में लंबित हैं। जिसमें लोक अदालत बैंच संख्या 4 के प्रयास से दोनों पक्षों का राजीनामा कराया गया, अब दोनों पक्ष आपसी सहमति से तलाक लेने पर राजी हो गए हैं और उनका लंबे समय से चला आ रहा विवाद समाप्त हो गया है।

‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की व्हाट्सएप पर खबर पढ़ने के लिए ग्रुप ज्वाइन करें

https://chat.whatsapp.com/D2aYY6rRIcJI0zIJlCcgvG

‘अमृतसर न्यूज़ अपडेटस” की खबर पढ़ने के लिए ट्विटर हैंडल को फॉलो करें

https://twitter.com/AgencyRajan

About amritsar news

Check Also

जिलाधिकारी ने निकाय चुनाव मतदान एवं मतगणना के दिन ड्राई डे किया घोषित

डिप्टी कमिश्नर  साक्षी साहनी की फाइल फोटो। अमृतसर, 19 दिसंबर :  जिला मजिस्ट्रेट, अमृतसर साक्षी …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *