अमृतसर, 17 जून: लोगों को अब सरकारी दफ्तरों में जाकर धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। उनका काम तय समय में पूरा होगा। इसके लिए अब हर जिले में मुख्यमंत्री सहायता केंद्र या सीएम विंडो स्थापित की जाएगी। इसमें जैसे कोई व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर जाता है। अगर उसकी शिकायत जिला स्तर पर ही हल होने वाले होगी, तो उसे तुरंत निपटाया जाएगा, वहीं अगर मंत्रालय से हल होने वाली होगी तो शाम तकवह केस सीएम डैशबोर्ड पर भेजा जाएगा। इस काम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जाएगी। इस काम की मॉनिटरिंग खुद अधिकारी, मार्शल और विधायक तक करेंगे। यह जानकारी सोमवार को सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर से मीटिंग के बाद सीएम भगवंत मान ने दी। उन्होंने साफ किया है कि अगर जिला स्तर पर कोई भी अफसर भ्रष्टाचार करता है तो उसके लिए डीसी और एसएसपी जिम्मेदार होंगे। उसके बाद उसी आधार पर कार्रवाई होगी। वहीं, वह सरकारी आफिसों के काम काज पर एआई की मदद से नजर रखेंगे।
चार पांच गांवों में एक जगह पर जाएंगे अफसर
सीएम ने बताया कि जब उन्होंने सरकार बनाई थी, तो उसी समय तय किया था कि सरकार गांवों से चलेगी। इसके लिए भी अब काम शुरू हो गया है। अब हर महीने के लिए रोस्टर बनेंगे। जिसके तहत चार पांच गांवों में एक जगह पर अफसर जाएंगे। इसके बाद वहां पर बैठकर वह लोगों की सारी शिकायतों को दूर करेंगे। मौके पर लोगों की पेंशन, आधार कार्ड, रजिस्ट्री व अन्य काम किए जाएंगे। कैंप बारे लोगों को जानकारी मिल पाए, इसके लिए गांवों के गुरुद्वारों से पहले एनाउसमेंट करवाई जाएगी। कैंप का समय तय किया जाएगा। वहीं, उसकी सारी वीडियो बनाई जाएगी। वह सीएम डैश बोर्ड पर आएगी। वहीं, कल सीएम सारे जिलों के एसएसपी से मीटिंग कर नशों के खिलाफ रणनीति बनाएंगे।
जिला या सब डिवीजन स्तर पर अपने कामों के लिए लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा
सीएम भगवंत मान ने बताया कि जिला या सब डिवीजन स्तर पर अपने कामों के लिए जाने वाले लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। उनकी सुविधा के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर स्वागत केंद्र या सहातया केंद्र स्थापित किए जाएंगे। लोगों को तुरंत वहां पर जाना होगा। इसके बाद वहां पर बैठे अधिकारी लोगों को गाइड करेंगे कि उनके काम कहा पर होंगे। उन्होंने कहा कि यह स्मार्ट प्रक्रिया है। इससे लोगों को सरकारी दफ्तरों में जाकर परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।शिकायतों और सुझावों पर होगा अमल लोकसभा चुनाव के समय सीएम भगवंत मान ने सभी जिलों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने पंजाब के प्रत्येक शहर और इलाके में पहुंचने की कोशिश की थी। इस दौरान उन्हें लोगों की तरफ से पुलिस व प्रशासन को लेकर कई सुझाव व शिकायतें भी मिली थीं। इसको लेकर उन्होंने पहले चीफ सेक्रेटरी व डीजीपी से मीटिंग की थी। साथ ही उन चीजों पर अमल करने को कहा था। इस मीटिंग में उन सब बिंदुओं को लेकर रणनीति बनेगी।
विधायक और पावरफुल होंगे
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि विधायक और भी पावरफुल होंगे। विधायक के कार्यालय में अगर कोई सरकारी काम करवाने के लिए आता है तो विधायक अपने कार्यालय से ही, संबंधित सरकारी विभाग से तुरंत कार्य करवा लेंगे। अगर विधायक के पास चंडीगढ़ से संबंधित कार्य आता है तो विधायक अपने कार्यालय में बैठकर चंडीगढ़ से भी संबंधित मंत्रालयों से कार्य करवाएंगे। सी एम मान ने कहा कि नसों को लेकर कल बुधवार को सभी पुलिस अधिकारियों की मीटिंग बुलाई हुई है।
सुविधा के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर स्वागत केंद्र या सहातया केंद्र बनेंगे
सीएम भगवंत मान ने बताया कि जिला या सब डिवीजन स्तर पर अपने कामों के लिए जाने वाले लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। उनकी सुविधा के लिए एयरपोर्ट की तर्ज पर स्वागत केंद्र या सहातया केंद्र स्थापित किए जाएंगे। लोगों को तुरंत वहां पर जाना होगा। इसके बाद वहां पर बैठे अधिकारी लोगों को गाइड करेंगे कि उनके काम कहां पर होंगे। उन्होंने
कहा कि यह स्मार्ट प्रक्रिया है। इससे लोगों को सरकारी
दफ्तरों में जाकर परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
आचार संहिता लगने से रुका हुआ था काम
सीएम भगवंत मान ने कहा कि 16 मार्च को लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई थी। इस वजह से विकास के काम रुक गए थे। भले ही वह स्कीम डोर टू डोर गेहूं की सप्लाई हो या नौकरियां देने का मामला, शहीदों को सम्मान देने का मामला । अब सभी डीसी को स्कीमों को जल्दी से जल्दी शुरू करने की हिदायत दी गई है। उन्होंने बताया कि वह खुद तीन महीने पंजाब के प्रत्येक गांव तक आए। उनके पास कई सुझाव व शिकायतें आई, जिसे अब लागू किया जाएगा।
मेरिट के आधार पर नौकरियां दी जा रही
सीएम ने लोगों को कहा है कि वह सरकारी नौकरियों के लिए किसी को पैसे न दे। क्योंकि पंजाब में मेरिट के आधार पर नौकरियां दी जा रही हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार रोकने के लिए मुख्यमंत्री एंटी करप्शन सेल खोला गया है। पिछले दिनों उन्होंने दो लोगों को पकड़ा है। जिन्होंने नौकरियां दिलाने के बहाने 102 लोगों को ठगा था। इन्होंने लोगों से 26 लाख ठगे थे। लेकिन किसी को कोई नौकरी नहीं दिलाई थी। अगर सीएम हेल्पलाइन पर अगर फोन करता है तो उनका नाम गुप्त रखा जाएगा।
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