जेल में महिला बंदियों के बच्चों को दी जाए हर सुविधा: चेयरमैन बाल आयोग
अमृतसर, 16 जुलाई : पंजाब राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज लाली गिल ने आज जिले की केंद्रीय जेल अमृतसर का दौरा किया और महिला कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं की समीक्षा करते हुए केंद्रीय जेल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिला बंदियों की समय पर चिकित्सीय जांच कराई जाए तथा महिला बंदियों को कानूनी, चिकित्सीय एवं शैक्षणिक आदि सेवाएं प्रदान की जाएं तथा उनका निरीक्षण कर प्रदान की जाने वाली सुविधाओं में सुधार किया जाए। राज लाली गिल ने महिला बंदियों की समस्याओं को गहराई से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी जायज समस्याओं का समय पर समाधान किया जाएगा। इस मौके पर कुछ महिला बंदियों ने अपने विचाराधीन मामलों के बारे में आयोग को बताया कि उनके मामलों पर लंबे समय से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए चेयरपर्सन महिला आयोग ने जेल अधिकारियों को हिदायत की कि लंबे समय से विचाराधीन मामलों की रिपोर्ट दी जाए ताकि उन केसों पर समयबद्ध तरीके से कार्रवाई की जा सके।
महिला बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को भी देखा
चेयरपर्सन महिला आयोग ने कहा कि आयोग का कर्तव्य है कि वह आपकी समस्याओं को सुने और आपकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करे।महिला आयोग की चेयरपर्सन ने महिला बंदियों द्वारा बनाए गए उत्पादों को भी देखा और कहा कि जेल प्रशासन की यह बहुत अच्छी पहल है कि महिला बंदियों द्वारा बनाए गए सूट, बच्चों के खिलौने, टेडी बियर आदि बाजार में बिक रहे हैं। जिससे महिला बंदियों का मनोबल भी बढ़ता है। राज लाली गिल ने महिला कैदियों के बच्चों को उपहार भी वितरित किए।
इस अवसर पर बाल आयोग के चेयरमैन कंवरदीप सिंह ने महिला कैदियों के बच्चों के संबंध में जेल प्रशासन को निर्देश दिए कि इन बच्चों को सभी सुविधाएं प्रदान की जाएं।
जेल में महिला कैदियों की कुल क्षमता 260 है और वर्तमान में जेल में 183 महिला कैदी
इसके बाद चेयरपर्सन राज लाली गिल और चेयरमैन बाल आयोग ने अस्पताल, रसोई, लाइब्रेरी और विभिन्न बैरकों का दौरा कर उनका जायजा लिया और लंगर हॉल में कैदियों के लिए बनाए जा रहे भोजन का भी जायजा लिया और संतोष व्यक्त किया। उन्होंने जेल प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि जेल में साफ-सफाई और भोजन की पर्याप्त व्यवस्था पाई गई है। उन्होंने कहा कि कई महिलाओं ने अपनी व्यक्तिगत समस्याएं बताई जिनका समाधान अवश्य किया जाएगा।उन्होंने कहा कि जेल में मौजूद अस्पताल में कुछ मशीनरी की कमी पाई गई, जिस पर उन्होंने संबंधित अधिकारी को इसे पूरा करने का आदेश दिया। इस अवसर पर जेल अधीक्षक अनुराग कुमार आज़ाद ने कहा कि अमृतसर सेंट्रल जेल में महिला कैदियों की कुल क्षमता 260 है और वर्तमान में जेल में 183 महिला कैदी हैं, जिनमें से 22 महिला कैदियों को सजा सुनाई जा चुकी है और 153 महिला कैदी विचाराधीन, 5 विदेशी, 1 विदेशी आरोपी और 2 विदेशी विचाराधीन है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा महिला वार्ड में महिला कैदियों के 8 बच्चे भी महिला बंदियों के है। केंद्रीय जेल का दौरा करने के बाद, पंजाब राज्य महिला आयोग की राज लाली गिल और बाल आयोग के अध्यक्ष कंवरदीप सिंह ने श्री दरबार साहिब में माथा टेका। इस मौके पर डिप्टी सुपरिंटेंडेंट सिक्योरिटी जी.एस. बराड़, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट जेल श्यामल ज्योति, डिप्टी डायरेक्टर रूपिंदर कौर, डिप्टी डायरेक्टर राजविंदर सिंह गिल और अन्य जेल स्टाफ सदस्य मौजूद था।
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