अमृतसर, 25 सितंबर: श्री दरबार साहिब में माथा टेकने गए जज के पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर की पिस्तौल छीनकर युवक द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया है। इस मामले की आज सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने पंजाब पुलिस से इस मामले में अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। साथ ही चंडीगढ़ पुलिस को कहा है कि जजों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। सिक्योरिटी का रिव्यू किया जाए। मामले की अगली सुनवाई 27 सितंबर तय की गई है।
डीजीपी गौरव यादव वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए
आज सुनवाई में पंजाब के डीजीपी गौरव यादव वीडियो
कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए। इस दौरान अदालत ने कहा कि अमृतसर की घटना सीधे तौर पर सुरक्षा में चूक का मामला बनता है। जो कि गंभीर विषय है। इस मामले पंजाब पुलिस की जांच कहां तक पहुंची है। अदालत ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। वहीं, चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी भी इस दौरान हाजिर थे। अदालत ने कहां कि जब सुबह वह सैर पर जाते हैं तो पुलिस पेट्रोलिंग नजर नहीं आती है। जजों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। अदालत ने चंडीगढ़ पुलिस को कहा कि जजों की सुरक्षा को रिव्यू किया जाए।
ऐसे हुआ था यह सारा मामला
रविवार (22 सितंबर) को जस्टिस एनएस शेखावत दर्शन के लिए श्री दरबार साहिब पहुंचे थे। इस दौरान उनकी सुरक्षा में तैनात लोग वहां पर मौजूद थे। ए एस आई अश्विनी एस्कॉर्ट वाहन के साथ ही मौजूद थे। इस दौरान अचानक एक व्यक्ति आया और उसने ए एस आई की पिस्तौल छीन ली थी। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले उसने खुद को गोली मार ली। आनन फानन में सिक्योरिटी में मौजूद लोगों ने जज को सुरक्षित किया था। जैसे ही यह मामला मीडिया आया तो पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने खुद संज्ञान ले लिया था।
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