
अमृतसर, 28 सितंबर :शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की कार्यकारिणी बैठक में आज फैसला किया गया कि कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी को पंजाब में रिलीज नहीं होने दिया जाएगा। सरकार की ओर से इस पर पूर्ण प्रतिबंध की भी मांग की गई। बैठक में यह भी फैसला किया गया कि 2025 में श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई जाएगी।कार्यकारिणी समिति ने भाजपा सांसद कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी को खारिज करने का प्रस्ताव पारित किया है और सरकार से इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने को कहा है। एसजीपीसी के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि इस फिल्म में सिखों को बदनाम करने के अलावा राष्ट्रीय शहीद संत जरनैल सिंह खालसा भिंडरावाला का गलत चरित्र चित्रण किया गया है, जिसे सिख समुदाय बर्दाश्त नहीं कर सकता।
पंजाब में प्रतिबंधित हो फिल्म इमरजेंसी
यह फिल्म सिख विरोधी एजेंडे के तहत देश के खिलाफ जहर उगलने और नफरत फैलाने की भावना से बनाई गई है, जिसे किसी भी कीमत पर पंजाब में चलने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार को इमरजेंसी फिल्म पर प्रतिबंध लगाकर राज्य का प्रतिनिधित्व करना चाहिए, ताकि सांप्रदायिक माहौल शांतिपूर्ण बना रहे। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से कंगना रनोट की सांप्रदायिक बयानबाजी पर संज्ञान लेने और उनकी सदस्यता रद्द करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि जब देश में सिखों की बात आती है तो सिखों के साथ भेदभाव किया जाता है। इसका उदाहरण प्रख्यात सिख नेता भाई जसवन्त सिंह खालड़ा के जीवन पर आधारित फिल्म ‘पंजाब 95’ का सैकड़ों कट्स के बाद भी रिलीज न होना है।
धूमधाम से मनेगा 350वां शहीदी दिवस
कार्यकारिणी कमेटी की बैठक में नौवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस को बड़े पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया गया। एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब की शहादत की 350वीं वर्षगांठ अगले साल नवंबर 2025 में आ रही है। इसके साथ ही गुरु गोबिंद सिंह जी की 350वीं पुण्य तिथि और गुरु साहिब के अनिन सिख भाई दयाला जी, भाई सती दास जी और भाई मति दास जी की शहीदी जयंती भी आ रही है। इन दिनों को श्री आनंदपुर साहिब में राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाएगा, जिसकी रूपरेखा जल्द ही तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि कमेटी द्वारा शिलांग में पंजाबी कॉलोनी स्थित 200 साल पुराने गुरु घर को तोड़े जाने का मामला मेघालय सरकार को संज्ञान में आया है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस कार्रवाई को तुरंत रोकना चाहिए और स्थानीय सिखों के आवासीय अधिकारों की सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी चाहिए।
पीएम मोदी और गृहमंत्री करे हस्तक्षेप
धामी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है। शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि भाई बलवंत सिंह राजोआना के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी केंद्र सरकार ने उनकी फांसी से लेकर उम्रकैद तक की सजा पर कोई फैसला नहीं लिया। अब भाई राजोआना ने इस मामले में फिर से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें शिरोमणि कमेटी पहले की तरह उनका पूरा समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि कमेटी ने भी भाई राजोआना और बंदी सिंहों की रिहाई के लिए प्रयास जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है एडवोकेट धामी ने कमेटी के अन्य निर्णयों के बारे में बताया कि उन्होंने देश की राजधानी दिल्ली में एक अत्याधुनिक भवन तैयार कर दिल्ली सिख मिशन को स्वतंत्र रूप से सक्रिय करने का निर्णय लिया है। दिल्ली में शिरोमणि कमेटी का सिख मिशन गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब में पहले से ही काम कर रहा है, लेकिन अब जरूरतों को ध्यान में रखते हुए जमीन खरीदी जाएगी और एक भवन तैयार किया जाएगा, जहां से धर्म का प्रचार और प्रसार का काम किया जाएगा।
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