
अमृतसर, 4 फरवरी:पंजाब के डीजीपी गौरव यादव को केंद्रीय सुरक्षा बल / एजेंसी के महानिदेशक पद के लिए पैनल में शामिल किया गया है। वे भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) कैडर के 1992 बैच के एकमात्र अधिकारी हैं। वहीं, उन्होंने पैनल में आकर राज्य और केंद्र सरकार में शीर्ष पदों के कई अधिकारियों को पीछे छोड़ दिया है। इससे पंजाब पुलिस बल के प्रमुख के रूप मेंउनकी स्थिति और मजबूत हो गई है।
ऐसे बने थे पंजाब डीजीपी
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने सोमवार को केंद्र में शीर्ष पदों के लिए पांच आईपीएस अधिकारियों के पैनल को मंजूरी दे दी। वह पंजाब के एकमात्र अधिकारी है, जिनका नाम पैनल में शामिल है। इसके साथ ही अब उनका पंजाब के स्थाई डीजीपी का रास्ता साफ हो गया। चार जून 2022 को उन्हें पंजाब का कार्यकारी डीजीपी लगाया गया था। उसके बाद वह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। हालांकि इस मामले को लेकर बीके भंवरा कैट भी गए थे।
राज्य में 16 डीजीपी है
पंजाब में अब डीजीपी पद पर मौजूद अधिकारियों की संख्या 16 हो गई है। वहीं, गौरव यादव अब उनमें सबसे सीनियर अधिकारी है। वहीं, एक सीनियर अधिकारी इस महीने रिटायर होने वाले है। जहां तक गौरव यादव की बात है तो वह काबिल अफसरों में गिने जाते है। साथ ही वह फील्ड में ज्यादा एक्टिव रहते हैं। वहीं, उन्होंने पंजाब में अपराधों पर नकेल कसने के लिए बड़े कई कदम उठाए हैं।

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