
अमृतसर,28 फरवरी:पंजाब में पिछले तीन महीनों से ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की छपाई ना होने से लगभग 3 लाख से अधिक आवेदन पेंडिंग पड़े हैं। सबसे अधिक परेशानी का सामना वे लोग कर रहे हैं, जिन्हें राज्य से बाहर वाहन चलाना पड़ता है। राज्य में प्रतिदिन लगभग 8 हजार से 10 हजार आर और डी एल जारी किए जाते हैं। लेकिन, स्मार्ट चिप प्राइवेट लिमिटेड के काम छोड़ने के बाद नया वेंडर नियुक्त करने में देरी के कारण आरटीए
और उप-मंडलीय मजिस्ट्रेट कार्यालयों में लंबित मामलों की संख्या बढ़ रही थी। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, स्मार्ट कार्ड की आपूर्ति के लिए तकनीकी बिड खोली जा चुकी हैं और जल्द ही छपाई का कार्य शुरू किया जाएगा।
15 लॉख स्मार्ट कार्ड बनवाने की तैयारी कर रहा विभाग
विभाग को 15 लाख स्मार्ट कार्ड मंगवाने की तैयारी कर रहा है। विभाग ने स्मार्ट कार्ड की छपाई और स्वचालित ड्राइविंग रेंज पर परीक्षण के लिए करीब 140 संविदा कर्मचारी नियुक्त किए हैं। परिवहन विभाग की तरफ से जब तक वेंडर स्मार्ट कार्ड उपलब्ध नहीं कराता, तब तक पुलिस को निर्देश दिए गए हैं कि डिजीलॉकर या एम. परिवहन मोबाइल ऐप से डाउनलोड किए गए आरसी और डी एल को वैध माना जाए और इन्हें दिखाने वाले वाहन चालकों का चालान न किया जाए।
10 फरवरी को जारी की गई बिड
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के सदस्य डॉ. कमल सोही ने बताया कि पंजाब में 5 लाख से अधिक लोग ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कॉपी का इंतजार कर रहे हैं।विभाग ने 10 फरवरी को स्मार्ट कार्ड आपूर्ति के लिए एजेंसी के चयन हेतु बिड जारी की थी। उन्होंने विभाग के इस निर्णय पर भी सवाल उठाया कि डेटा पर्सनलाइजेशन और वितरण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों को पहले सिस्टम इंटीग्रेटर द्वारा प्रबंधित किया जाता था, लेकिन अब
इसे खुद प्रबंधित करने का फैसला लिया गया है।
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